सीएम योगी के वन ट्रिलियन इकॉनमी मिशन में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उल्लेखनीय योगदान
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- Apr 09, 2025

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का यूपी की जीएसडीपी में 2.81 लाख करोड़ रुपए का योगदान
लखनऊ, 9 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डालर इकॉनमी बनाने के मिशन में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उल्लेखनीय योगदान है। इनवेस्ट यूपी 2.0 की समीक्षा बैठक में संबंधित अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2024-25 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने 2.81 लाख करोड़ रुपये का योगदान किया है, जो वर्ष 2024-25 के लक्षित योगदान का लगभग 77 प्रतिशत है।
सीएम योगी के मार्गदर्शन में इनवेस्ट यूपी 2.0 के तहत प्रदेश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए बनाये गये निवेश फ्रेंडली माहौल में कई नई मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां स्थापित हुई हैं। जो न केवल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्पूर्ण योगदान दे रही हैं ,बल्कि रोजगार के नये अवसर भी पैदा कर रही हैं। मैन्युफैक्चिंग सेक्टर का हब बनने की दिशा में आगामी वर्ष 2025-26 में 3 लाख करोड़ रुपये निवेश की जरूरत व्यक्त की गई है।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में संचालित इनवेस्ट यूपी योजना के तहत प्रदेश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के विकास के लिए विशेष प्रयास किये गये हैं। जिसका परिणाम वर्तमान में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में स्थापित हो रही नई इकाइयों और बढ़ते उत्पादन के रूप में देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में वर्ष 2024-25 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने प्रदेश में 2.81 लाख करोड़ रुपये का सकल मूल्य वर्धन (जीएसवीए) का योगदान दिया है। जबकि वर्ष 2024-25 के लिए 3.61 लाख करोड़ रुपये के मूल्य वर्धन का लक्ष्य रखा गया था। साथ ही सत्र में केवल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। इसके साथ ही यूपी ने भारत सरकार की जारी आईपीपी सूचकांक में 4.0 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
सीएम योगी का इनवेस्ट यूपी 2.0 के तहत विशेष फोकस मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथसे प्रदेश की जीएसडीपी में वृद्धि ताे हाे ही रही है, साथ में प्रदेश में रोजगार के नये अवसर भी पैदा हो रहे हैं। इसी क्रम में इनवेस्ट यूपी की समीक्षा बैठक में बताया गया कि आगामी वर्ष 2025-26 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से 1.25 लाख करोड़ रुपये के सकल मूल्य वर्धन के लिए 3 लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत व्यक्त की गई है। इस दिशा में प्रदेश में नई इकाइयों की स्थापना और एफडीआई आकर्षित करने पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही प्रदेश के लिए लैण्ड बैंक और रॉ मटेरियल बैंक बनाने के साथ अलीगढ़, उन्नाव, प्रयागराज और झूंसी को विशेष निवेश क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / मोहित वर्मा