जीडीसी कठुआ ने राष्ट्रीय भाषा अनुवाद मिशन को समर्थन दिया

कठुआ 06 दिसंबर (हि.स.)। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज कठुआ के डोगरी विभाग ने प्रिंसिपल प्रोफेसर सीमा मीर के नेतृत्व में जीसीडब्ल्यू परेड जम्मू के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित भाषिनी परियोजना के सहयोग से राष्ट्रीय भाषा अनुवाद मिशन के बारे में एक सप्ताह का जागरूकता अभियान चलाया।

कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग की सहायक प्रोफेसर और जीसीडब्ल्यू परेड में अनुसंधान परियोजना की सह-अन्वेषक डॉ. प्रीति दुबे ने छात्रों को डिजिटल विभाजन को पाटने के लिए सरकार की पहल के बारे में जानकारी दी। इस अभियान के दौरान, उन्होंने भाषिनी परियोजना के तहत अंग्रेजी, डोगरी, हिंदी और अन्य स्थानीय भाषाओं के छात्रों के लिए भाषाओं के अनुवाद के लिए आवश्यक कौशल, अनुसंधान और नौकरी के अवसरों जैसे विभिन्न विषयों पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया। सुनील कुमार ने डोगरी के लिए विकसित उपकरणों का प्रदर्शन किया। कॉलेज के छात्रों, शिक्षण और गैर-शिक्षण स्टाफ सदस्यों ने स्वचालित स्पोकन लैंग्वेज अनुवाद के लिए आवश्यक डोगरी डेटा संग्रह में योगदान दिया। इस अवसर पर बोलते हुए प्रिंसिपल प्रोफेसर सीमा मीर ने अपना आभार व्यक्त किया और छात्रों के लाभ के लिए इस तरह के सहयोग को प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को आत्मनिर्भरता के लिए कौशल वृद्धि की आवश्यकता के बारे में बताया जो समय की मांग है। प्रोफेसर सीमा मीर ने अनुसंधान संस्कृति को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया, जो एनईपी-2020 का भी एक हिस्सा है। अभियान की शुरुआत डोगरी विभाग की प्रमुख मीना देवी के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने डोगरी विभाग के संकाय सदस्यों डॉ. प्रीतिमा सांगरा और मुकेश कुमार के सहयोग से पूरे अभियान का समन्वय किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया

   

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