डीसीपी के पीआरओ पर लगा छात्रों को पीटने का आरोप, एडीसीपी ने बैठाई जांच

कानपुर, 29 अक्टूबर (हि.स.)। कानपुर कमिश्नरेट में खाकी पर एक के बाद एक लगातार आरोप लग रहे हैं। अब डीसीपी के पीआरओ (दरोगा) निखिल पर आरोप है कि कई पुलिसकर्मियों के साथ विश्वविद्यालय के छात्रों की पिटाई की है। मंगलवार को पीड़ित छात्रों ने पुलिस कमिश्नरेट पहुंचकर अपना दर्द बयां किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीसीपी मध्य ने जांच करने के निर्देश दे दिये और कहा कि अगर दोषी पाए गये तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र सचिन और कुनाल ने बताया कि हम लोग गैर जनपद के हैं। यहां पर जिस जगह रहते हैं वहीं पर डीसीपी पश्चिम के पीआरओ निखिल भी परिवार के साथ रहते हैं। 26 अक्टूबर की रात निखिल ने दरवाजा खटखटाया और कई पुलिसकर्मी के साथ कमरे घुस गए। इसके बाद सभी मिलकर दोनों लोगों की पिटाई करने लगे तो कारण पूछा। इस पर पीआरओ ने कहा कि मेरी पत्नी जब घर पर थी तो आप लोगों ने कुंडी खटखटाई है। कई घंटे तक बंद कमरे में सभी पुलिसकर्मी पीटते रहे और इस दौरान एक छात्र की पेशाब छूट गई तो जबरन उसे फिटकरी पिला दिये। पिटाई के बाद दरोगा निखिल ने पिस्तौल तानते हुए धमकी दी कि अगर किसी से कुछ कहा तो अच्छा नहीं होगा।

पीड़ित छात्र ने बताया कि उनके जाने के बाद डायल 112 को सूचना दी गई और मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल हम छात्रों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के बाद जब संबंधित थाना नवाबगंज में आरोपी दरोगा निखिल की शिकायत करने गये तो भगा दिया गया। इसके बाद आज पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार से शिकायत कर न्याय की मांग की है। मामले पर एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार ने बताया कि मारपीट का एक प्रकरण संज्ञान में आया है जो कि नवाबगंज थाना क्षेत्र से संबंधित है। इस पूरे मामले में जो भी शिकायत पत्र आया है, उस पर जांच कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी और दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। वहीं घटना के बाद से डरे-सहमे छात्र अपने कमरे में जाने को तैयार नहीं हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह

   

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