कोकराझार में मनाया गया देशभक्ति दिवस

कोकराझार में देशभक्ति दिवस पालन।कोकराझार में देशभक्ति दिवस पालन।

कोकराझार (असम), 28 जुलाई (हि.स.)। कोकराझार जिला प्रशासन ने जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी के सहयोग से देशभक्त तरुण राम फुकन की पुण्यतिथि को देशभक्ति दिवस के रूप में आज साइंस कॉलेज ऑडिटोरियम, कोकराझार में मनाया गया।

कार्यक्रम में बोडोलैंड विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रतुल डेका मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। अपने संबोधन में डॉ. डेका ने तरुण राम फुकन के जीवन और कार्यों पर प्रकाश डाला। यह बताते हुए कि उनके अडिग दृष्टिकोण और साहस ने असम में असहयोग आंदोलन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला। उन्होंने फुकन को देशभक्ति, बलिदान और बहादुरी का प्रतीक बताया, जिनकी रचनाओं और भाषणों ने असमिया जनता को संगठित करने, एकता और राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने और भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में आत्मनिर्भरता के महत्व को रेखांकित किया।

कार्यक्रम अधिकारी, एसएसए कोकराझार के जहांगीर हुसैन ने अपने प्रारंभिक संबोधन में फुकन के असहयोग आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि फुकन ने विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को एकजुट करने और आंदोलन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अथक प्रयास किया। असमिया जनता को स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।

बीटीसी आईपीआरडी के आरओ सह सीएचडी जाहिद अहमद तपादार ने तरुण राम फुकन के देशप्रेम को उजागर किया और कहा कि उनकी देशभक्ति की भावना आज भी नई पीढ़ियों को प्रेरित करती है। उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व में असम कैबिनेट के निर्णय के अनुसार 2021 से तरुण राम फुकन की पुण्यतिथि को राज्यव्यापी स्तर पर देशभक्ति दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।

कार्यक्रम का समापन कोकराझार के एडीसी सुभ्रम आदित्य बोरा और अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा स्कूली और कॉलेज के छात्रों के लिए आयोजित जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता के 12 विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करने के साथ हुआ।

कार्यक्रम में कोकराझार के कई प्रतिष्ठित नागरिक, शिक्षाविद और छात्र उपस्थित थे, जिन्होंने तरुण राम फुकन की स्थायी विरासत का जश्न मनाया और युवाओं में देशभक्ति की भावना को मजबूत किया।

हिन्दुस्थान समाचार / किशोर मिश्रा / अरविन्द राय

   

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