पुलिस महानिदेशक ने बहराइच की घटना को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों की रिपोर्ट तलब की

लखनऊ, 16 अक्टूबर (हि.स.)। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार (डीजीपी) ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कानून-व्यवस्था एवं विगत दिनाें त्यौहारों के दौरान हुयी घटनाओं की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में जिले के सभी पुलिस अधिकारी, पुलिस कमिश्नर, पुलिस कप्तान मौजूद थे। डीजीपी ने बहराइच की घटना को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों की रिपोर्ट तलब की है। इसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई होगी।

डीजीपी ने अपने निर्देश में कहा कि जिन-जिन जिलों में कानून व्यवस्था प्रभावित हुयी है उनकी समीक्षा करते हुये लापरवाही बरतने वाले अधिकारी, कर्मचारियों की एकाउंटब्लिटी फिक्स कर आज ही रिपोर्ट प्रेषित की जाये। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले अराजक तत्वों व सोशल मीडिया के माध्यम से भ्रामक पोस्ट कर अफवाह फैलाकर आम जनता को भड़काने का प्रयास करने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुये जोनल अपर पुलिस महानिदेशक द्वारा आख्या प्रस्तुत की जाये।

डीजीपी ने कहा कि आगामी त्योहार और आयोजन को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधिकारी अभी से तैयारी कर लें। त्यौहारों, आयोजनों के दौरान मुख्य-मुख्य चाैराहों, संवेदनशील स्थानों पर लगने वाले पुलिस बल को पूर्व से ब्रीफ करने के उपरान्त ही डियूटी पर भेजा जाये। स्ट्रेटजिक भवनों का चयन कर रूफ-टाॅप डियूटी हैण्डसेट, दूरबीन आदि के साथ लगायी जाये।

उन्हाेंने कहा कि समस्त धार्मिक स्थलों के आस-पास प्रातःकालीन पोस्टर चेकिंग पार्टी निकाल कर सघन चेकिंग कराई जाये। मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में फ्लैग मार्च तथा नियमित फुट पैट्रोलिंग की जाये। यूपी-112 के पीआरवी वाहनों का व्यवस्थापन किया जाये। दंगा नियंत्रण स्कीम को अपडेट करते हुए उनका ड्र्रिल कराया जाये। दंगा नियंत्रण स्कीम में सम्बंधित मजिस्ट्रेट को भी शामिल करें। पुलिस कर्मियों तथा संसाधनों का पूर्णरूपेण उपयोग किया जाये। आकस्मिक घटना के दृष्टिगत योजना तैयार कर समय-समय पर रिहर्सल करा लिया जाये। भीड़, दंगा नियंत्रण उपकरणों को तैयारी हालत में रखा जाये।

उन्होंने कहा कि दंगा नियंत्रण उपकरणों के बिना किसी भी दशा में डियूटी न लगायी जाये तथा किसी भी आयोजन से पहले पुलिस बल की विधिवत ब्रीफिंग की जाये। पुलिस बल का व्यवस्थापन पूर्व से आंकलन करके ही किया जाये। इसके अलावा जुलूसों में त्रुटिरहित योजनाबद्ध पुलिस प्रबन्ध किया जाये, जुलूसों के रास्तों में पड़ने वाले मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरती जाये तथा सुरक्षा हेतु बाॅक्स फार्मेट में डियूटी लगायी जाये। इसके साथ ही फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर एवं व्हाट्सएप आदि पर सतर्क दृष्टि रखते हुए भ्रामक, आपत्तिजनक पोस्ट के संज्ञान में आते ही तत्काल उनका खण्डन करते हुए सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जाये।

हिन्दुस्थान समाचार / दीपक

   

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