डीपीआईआईटी ने विनिर्माण क्षेत्र में स्टार्टअप प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए निजी फर्म से मिलाया हाथ

-विनिर्माण क्षेत्र में स्टार्टअप प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए एक निजी फर्म के साथ किया समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

नई दिल्ली, 24 जनवरी (हि.स.)। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने परिधानों के सबसे बड़े निर्माता शाही एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की सहायक कंपनी भाने ग्रुप के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।

वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि डीपीआईआईटी और भाने ग्रुप के साथ जो समझौता हुआ है। यह सहकार्यता विनिर्माण के साथ-साथ अन्य उत्पादन क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले स्टार्टअप के लिए इनक्यूबेशन कार्यक्रम शुरू करेगा, जो अंतरराष्‍ट्रीय स्टार्टअप प्रणाली के साथ संबंधों को बढ़ावा देगा। यह समझौता देश में नए विनिर्माण उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों का एक हिस्सा है।

मंत्रालय ने कहा कि अपने व्यापक अनुभव से भाने समूह बाजार को लेकर आवश्‍यक जानकारी प्रदान करके आगामी स्टार्टअप की मदद करेगी। भाने समूह स्‍टार्टअप्‍स को विदेशी बाजारों के कामकाज की समग्र समझ बनाने में मदद करेगी। इसके साथ ही स्टार्टअप जीवनचक्र के दौरान परिचालन ज्ञान पर मार्गदर्शन भी देगी।

डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव ने कहा कि इस सहयोग से बड़े लाभ की पूर्ति होगी, जिसमें एक समृद्ध उद्यमशीलता की भावना को पोषित करना और भारत के विनिर्माण परिदृश्य को मजबूत करना शामिल है। उन्‍होंने कहा कि स्टार्टअप और भाने समूह जैसे स्थापित खिलाड़ियों के बीच संबंधों को सुविधाजनक बनाकर हम एक पारस्परिक रूप से लाभकारी वातावरण को बढ़ावा देते हैं, जहां नवाचार पनपता है। इससे भारतीय व्यवसाय वैश्विक सफलता प्राप्त करते हैं।

भाने ग्रुप के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और सह-संस्थापक आनंद आहूजा ने कहा कि वैश्विक ब्रांड भारतीय स्टार्टअप में निवेश करने को तत्‍पर हैं, क्योंकि यह दक्षिण एशियाई बाज़ार में अग्रणी खिलाड़ियों में से एक है। स्टार्टअप इंडिया के साथ डीपीआईआईटी का मिशन भारतीय स्टार्टअप के बीच नवाचार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर

   

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