हिसार : दयानंद कॉलेज के विद्यार्थियों ने किया अग्रोहा के टीले का शैक्षणिक भ्रमण
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- Apr 19, 2025

हिसार, 19 अप्रैल (हि.स.)। दयानंद कॉलेज के इतिहास विभाग के छात्रों ने अग्रोहा के ऐतिहासिक टीले का शैक्षणिक भ्रमण किया। विभाग की ओर से करवाए गए इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को इतिहास के अध्ययन के संदर्भ में प्रयोगिक जानकारी देना रहा। इतिहास कल्पना पर आधारित नहीं होता बल्कि साक्ष्यों के माध्यम से इसका निर्माण होता है। उदाहरणत ये साक्ष्य किसी टीले की खुदाई से कैसे निकालते व बनते हैं। इसकी प्रक्रिया को विद्यार्थियों ने समझा। अग्रोहा के इस टीले पर भारतीय पुरातत्व विभाग दीनदयाल उपाध्याय पुरातत्व संस्थान एवं हरियाणा पुरातत्व व संग्रहालय विभाग द्वारा उत्खनन का कार्य चल रहा है। पुरातत्व विद्वान डाॅ. केए कबुई, डॉ. अरचित प्रधान ने विद्यार्थियों को टीले के ऐतिहासिक महत्व तथा खनन की प्रक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यहां खनन अब चैथी बार हो रहा है। पुरातत्व विभाग हरियाणा की उपनिदेशक डॉ. बनानी भट्टाचार्य ने बताया कि खनन के लिए वैज्ञानिक विधि अपनाकर आगे बढ़ा जा सकता है यहां से खनन में दीवारें, मिट्टी के बर्तन, खिलौने, ईंटें वह दैनिक प्रयोग की वस्तुएं मिली हैं। यह गुर्जर-प्रतिकार काल, राजपूत काल में मौर्य काल की जानकारी दे रही हैं। पुरातत्व विद्वान डॉ. उदित कुमार ने यहां से प्राप्त चीजों की विशेषताओं व पहचान से विद्यार्थियों को परिचित करवाया। खनन क्षेत्र के पास ही यहां से निकली सामग्री को विशेषज्ञों की टीम ने सुनियोजित ढंग से रखा हुआ था।
खनन क्षेत्र में विद्यार्थियों को जानकारी देते हुए डॉ. महेंद्र सिंह, अध्यक्ष इतिहास विभाग ने अग्रोहा में पहले हुए खनन तथा यहां स्थापित बौद्ध स्तूप के बारे में जानकारी दी। इसमें विशेष यह है कि जिस तरह का स्तूप यहां है वह इसके बौद्ध परंपरा में विशिष्ट होने की पुष्टि करता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कमरों के अध्ययन के साथ-साथ इस तरह की जानकारी ग्रहण कर शिक्षा ग्रण कर पाता है। इस कार्यक्रम में मैडम रितू चहल व मैडम अनीता ने भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। इतिहास परिषद के विद्यार्थियों में कुमारी दीक्षा, कुमारी लक्ष्या, आशीष, कुमारी अंजली व सुमित की भूमिका उल्लेखनीय रही। पुराने छात्रों में आकाश, कमल व सुमित ने भी वरिष्ठ विद्यार्थियों के साथ में भ्रमण का नेतृत्व किया।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर