ब्लॉक चेन तकनीक पर आधारित डिग्रियां देने वाला प्रदेश का पहला संस्थान बना गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय : प्रो. नरसी राम बिश्नोई
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- Mar 10, 2025

जैसे ही राष्ट्रपति ने डिग्रिया देनी शुरू की, डिग्रीधारकों को मेल पर मिली सॉफ्ट कॉपीहिसार, 10 मार्च (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि यह विश्वविद्यालय ब्लॉक चेन तकनीक पर आधारित डिग्रियां प्रदान करने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है। इस तकनीक से डिग्रियां देने की शुरुआत आज के दीक्षांत समारोह से ही हो रही है। विश्वविद्यालय में सोमवार को आयोजित छठे दीक्षांत समारोह में आए अतिथियों का स्वागत करते हुए कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि जैसे ही महामहिम राष्ट्रपति ने दीक्षांत समारोह में डिग्रियां प्रदान करना शुरू किया, डिग्रीधारकों की मेल पर ब्लॉक चेन पर आधारित डिग्री की सॉफ्ट कॉपी भी पहुंच गई। ब्लॉक चेन पर आधारित डिग्री को डिजिटल रूप से सुरक्षित किया गया है, जिससे उनकी डिग्री किसी भी प्रकार के बदलाव या धोखाधड़ी से सुरक्षित होगी। इस अत्यंत सुरक्षित तकनीक से नियोक्ता अब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से डिग्री की सत्यता एवं प्रमाणिकता की पुष्टि दुनिया के किसी भी कोने से तुरंत कर सकेंगे।कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय तथा अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त प्रतिष्ठित रैंकिंग का हवाला देते हुए बताया कि यह विश्वविद्यालय अपनी अंतर्राष्ट्रीय पहचान को निरंतर मजबूत कर रहा है। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की स्थापना, विकास यात्रा, आधारभूत ढांचे तथा नियमित दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से तथा ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से संचालित किए जाने वाले कोर्सों के बारे में बताया। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय के द्वारा शुरू किए गए नए कोर्सों तथा खेल व अन्य उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी। दीक्षांत समारोह में दी गई 2090 डिग्रियांकुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में कुल 2090 डिग्रियां दी गई हैं। इनमें से 561 पीएचडी की डिग्रियां हैं। इसके साथ ही 564 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल भी प्रदान किए गए हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की कुल संख्या में से 60 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर