देहरादून का विद्युत वितरण तंत्र यूरोपियन व विकसित देशों जैसा सुदृढ़ बनाने की कवायद तेज
- Admin Admin
- Oct 28, 2024
देहरादून, 28 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तराखंड पावर कारपाेरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मंशानुरूप राज्य को 'ऊर्जा प्रदेश' बनाने के लिए प्रयासरत है। राजधानी देहरादून शहर का विद्युत वितरण तंत्र अब यूरोपियन व विकसित देशों जैसा मजबूत एवं सुदृढ़ करने की कवायद हाे रही है।
राज्य में विद्युत वितरण तंत्र को और अधिक सुदृढ़ एवं समृद्ध बनाने के लिए यूपीसीएल ने एडीबी परियोजना के अंतर्गत देहरादून शहर के मुख्य मार्गों की उपरिगामी विद्युत लाइनों को भूमिगत किए जाने के कार्य शीघ्र पूरा किया जा रहा है। इस भूमिगतिकरण कार्यों की प्रगति का प्रबंध निदेशक खुद औचक निरीक्षण कर रहे हैं तथा समय-समय पर विभागीय निदेशकों व एडीबी प्रोजेक्ट से जुड़े सभी उच्चाधिकारियों के साथ प्रगति की समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा—निर्देश दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि देहरादून शहर में यूपीसीएल ने निदेशक (परियोजना) के अंतर्गत भूमिगतिकरण के कार्य के प्रथम चरण काे निदेशक (परिचालन) की देखरेख में शहर को तीन लॉट में बांटा गया है। लॉट एक में मुख्यतः देहरादून केंद्रीय एवं उत्तर वितरण के क्षेत्र, लॉट दो में दक्षिण वितरण के क्षेत्र तथा लॉट तीन में रायपुर एवं मोहनपुर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों को लिया गया है। वर्तमान में सभी लॉट के क्षेत्रीय दलों द्वारा सर्वे एवं संयुक्त सर्वे का कार्य पूर्ण करने के पश्चात रोड कटिंग की अनुमति प्राप्त कर लाइनों के भूमिगतिकरण का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है, जिनमें रामाडा होटल से बल्लुपुर चौक एवं ट्रांसपोर्ट नगर चौक, लक्खीबाग से ग्राफिक एरा चौक, कमला पैलेस से निरंजनपुर चौक एवं शिमला बाईपास से सैंट जूड चौक आदि के साथ-साथ अन्य मार्ग भी शामिल है। इनमें विधानसभा, कैलाश अस्पताल, कोरेनेशन अस्पताल, बसंत बिहार, रिस्पना आदि क्षेत्र भी सम्मिलित है।
प्रबंध निदेशक ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि भूमिगतिकरण के कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करें तथा सुरक्षा मानकों को प्राथमिकता पर रखते हुए हर दिन कार्य पूर्ण होने के पश्चात गड्ढों, नाली आदि स्थानों की नियमित भराई करना भी सुनिश्चित करें। योजना के सफल क्रियान्वयन से देहरादून शहर का विद्युत वितरण तंत्र यूरोपियन तथा विकसित देशों जैसा मजबूत एवं सुदृढ़ होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण