आपदा प्रभावित अनुसूचित जाति बस्ती मवाल्ठा को विस्थापित किये जाने की मांग

गोपेश्वर, 06 अगस्त (हि.स.)। चमोली जिले के दशोली विकास खंड की ग्राम पंचायत कौंज पोथनी के तोक गांव मवाल्ठा के अनुसूचित जाति परिवारों ने विस्थापन की मांग को लेकर मंगलवार को एक ज्ञापन जिलाधिकारी चमोली को सौंपा।

उनका कहना है कि वर्तमान समय में उनके 14 परिवार प्राथमिक विद्यालय वेलीधार में रह रहे हैं। जसपाल लाल, हुकम लाल और दुल्ली लाल का कहना है कि वर्ष 2023 के सितम्बर माह में उनका गांव दैवीय आपदा से प्रभावित हुआ था। उस समय भी उन्हें प्राथमिक विद्यालय में प्रशासन की ओर से रखा गया था। उस समयद आश्वासन दिया गया था कि उन्हें विस्थापित किये जाने के लिए शासन स्तर पर पत्राचार किया जाएगा लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक उनका विस्थापन नहीं हो पाया है। उनके विस्थापन की व्यवस्था न होने पर एक बार फिर से उन्होंने अपने गांव मवाल्ठा में ही उन्हें दरार आये भवनों और गोशालाओं में जीवन बसर करना शुरू किया लेकिन बीते 26 जुलाई की रात्रि को क्षेत्र में हुई भारी वर्षा के बाद एक बार फिर से भूस्खलन और मलबा आने से उनके घर और गोशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं। उसके बाद प्रशासन ने फिर से उन्हें रेस्क्यू करते हुए प्राथमिक विद्यालय बेलीधार में अस्थाई तौर पर रखा गया है। ऐसे में उनके सामने अपने परिवार और मवेशियों का जीवन संकट में दिखायी दे रहा है।

उनका कहना है कि वर्तमान समय में यहां पर 14 अनुसूचित जाति के परिवार हैं। इनका मवाल्ठा गांव में खेती बाड़ी के साथ ही मवेशियों का पालन पोषण के लिए गोशालाएं और उनके भवन हैं। जो अब अधिकांशतया रहने लायक नहीं है। ऐसे में अब उनके सामने जीवन जीने का संकट पैदा हो गया है। उन्होंने जिलाधिकारी से गांव का सर्वे करवा कर उन्हें विस्थापित किये जाने की मांग की ताकि वह अपने परिवारों को सुरक्षित रख सकें। ज्ञापन देने वालों में जसपाल लाल, हुकम लाल, दुल्ली लाल, राकेश, राजेंद्र लाल, नरेंद्र लाल, जितेंद्र कुमार, दिनेश लाल, बीरेंद्र लाल आदि शामिल थे।

हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश

हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल / दधिबल यादव

   

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