
जींद, 24 अप्रैल (हि.स.)। अधिवक्ता परिषद जींद इकाई ने गुरूवार को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सत्यवान मान को सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा निर्दोष भारतीय नागरिकों की हत्याओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई। इस मौके पर जिला बार एसोसिएशन के प्रधान विकास लोहान, अधिवक्ता परिषद जींद इकाई के प्रधान मनोज शर्मा, महामंत्री मोहित सैनी, सतीश, संदीप चौहान, विजय शर्मा सहित अधिवक्ता परिषद जींद के सदस्यों ने देशवासियों के प्रतिनिधि के रूप में यह पत्र लिखने के लिए विवश है कि जब हम इस कुप्रवृत्ति के कारण असहनीय दुख और गहरी पीड़ा महसूस कर रहे हैं।
हाल ही में आतंकवादियों द्वारा पहलगाम में भारतीय नागरिकों की बेरहमी से की गई हत्याएं हमारे दिलों को चीर कर रख देती हैं। यह केवल एक आतंकी हमला नही था बल्कि यह हमारे प्राचीन और पवित्र सांस्कृतिक धरोहर को निशाना बनाने की एक और बर्बरतापूर्ण कोशिश थी। इस ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से मांग करते हैं कि इस खौफनाक त्रासदी पर कठोरतम कदम उठाने का आदेश दें। आतंकवादियों द्वारा भारतीय भूमि पर की जा रही यह अराजकता एक बार फिर यह साबित करती है कि पाकिस्तान की आतंकवादी शक्तियां हमारे देश की सुरक्षा और हमारे नागरिकों के जीवन के साथ खेल रही हैं।
यहां आतंकवादियों द्वारा की गई नृशंस हत्या ने ना सिर्फ निर्दोष नागरिकों की जिंदगी ली बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर को भी आघात पहंचाया है। इस आतंकवादी हमले को कभी भी माफ नही किया जा सकता है। पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से और सामरिक रूप से यह सख्त संदेश दिया जाए कि भारत किसी भी तरह की आतंकवादी गतिविधि को सहन नहीं करेगा। पहलगाम और अन्य पवित्र स्थानों पर यात्रियों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षाबल तैनात किए जाएं। भारतीय सरकार आतंकवाद से निपटने के लिए और प्रभावी रणनीति अपनाए और इस संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान का विरोध करें।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा