जेकेएसएसबी पुलिस कांस्टेबल भर्ती घोटाले की उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग की

जम्मू, 25 जनवरी (हि.स.)। नेशनल अवामी यूनाइटेड पार्टी की वरिष्ठ नेता शिखा बंद्राल ने जम्मू-कश्मीर पुलिस कांस्टेबल भर्ती परिणामों में हाल ही में सामने आई अनियमितताओं की उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच की जोरदार मांग की है। इस मुद्दे पर बोलते हुए बंद्राल ने कहा जबकि हम इस बात की सराहना करते हैं कि जांच शुरू की गई है। इतिहास बताता है कि अधिकांश जांच भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने में विफल रही हैं। पारदर्शिता सुनिश्चित करने और भर्ती प्रक्रिया में विश्वास बहाल करने के लिए उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच आवश्यक है।

यह मांग उन आरोपों के मद्देनजर की गई है कि भर्ती प्रक्रिया में महत्वपूर्ण विसंगतियां थीं जिससे इसकी ईमानदारी पर संदेह पैदा हुआ। रिपोर्ट बताती हैं कि एक परीक्षा में खराब अंक पाने वाले कुछ उम्मीदवार एक ही पाठ्यक्रम होने के बावजूद एक सप्ताह बाद आयोजित दूसरी परीक्षा में टॉपर बन गए। चौंकाने वाले उदाहरणों में ऐसे उदाहरण शामिल हैं जहां परीक्षा के एक चरण में केवल 5 या 17.5 अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों ने दूसरे चरण में 90 से अधिक अंक प्राप्त किए। इससे उम्मीदवारों में व्यापक आक्रोश पैदा हो गया है। उनका मानना ​​है कि परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र के संभावित लीक के कारण भर्ती प्रक्रिया से समझौता किया गया हो सकता है।

बंद्राल ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं पर इस तरह के घोटालों के प्रभाव पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा ये बार-बार होने वाले भर्ती घोटाले न केवल संस्थानों में लोगों के विश्वास को खत्म करते हैं बल्कि मेहनती युवा उम्मीदवारों की आकांक्षाओं को भी चकनाचूर कर देते हैं। यह जरूरी है कि सरकार इन मुद्दों को हल करने के लिए निर्णायक रूप से कार्य करे।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा

   

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