जींद, 10 नवंबर (हि.स.)। फसल अवशेष जलाने पर रोक लगाई गई है ताकि पर्यावरण प्रदूषण न बढ़े। बावजूद इसके पराली जलाने से किसान रूक नही रहे हैं। ऐसे में कृषि विभाग द्वारा किसानों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। पराली जलाने के सैटलाइट तथा मौका निरीक्षण के आधार की गई शिकायत के आधार पर जिला पुलिस ने 11 किसानों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। पुलिस मामलों की जांच कर रही है। वायु प्रदूषण के मध्यनजर सरकार ने पराली के अवशेष जलाने पर कानूनन रोक लगाई हुई है। खेतों में भौतिक निरीक्षण के साथ सैटलाइट से नजर रखी जा रही है।
पराली अवशेष जलाने पर जुर्माने के साथ मुकद्मा भी दर्ज कराया जा रहा है। बावजूद इसके लोग पराली अवशेष जलाने पर बाज नही आ रहे हंै। सैटेलाइट से कृषि विभाग को मिली लोकशन में गांव कालवन निवासी कृष्ण के 23 एकड़ खेत में पराली के अवशेष जलना पाया गया। गांव कालवन के ही रामकला के खेत में 15 एकड़, सुभाष के आठ एकड़ में, गांव धमतान साहिब के बलवान के खेत में 15 कनाल में, गांव लिजवाना खुर्द के राजेंद्र की पांच एकड़, गांव गढवाली के पवन के एक एकड़ खेत, गांव अलेवा निवासी प्रवीन के खेत में पराली अवशेष जलाना पाया गया। गांव बराखेडा निवासी आशीष, रमेश, गांव नगूरां निवासी राहुल के खेतों में भी अवशेषों का जलना पाया गया। संबंधित थाना पुलिस ने कृषि विभाग की शिकायत पर आठों किसानों के खिलाफ मामले दर्ज कर लिए हैं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा