देव फेस्टिवल: पल भर के लिए कोई हमें,....दिल का भंवर करे पुकार....जैसे गानों के साथ किया एवरग्रीन देवानंद को याद

देव फेस्टिवल: पल भर के लिए कोई हमें,....दिल का भंवर करे पुकार....जैसे गानों के साथ किया एवरग्रीन देवानंद को याद

जयपुर, 26 सितंबर (हि.स.)।‘द एवरग्रीन देव आनन्द सोसायटी‘ और जेकेके के संयुक्त तत्वाधान में फिल्म जगत के सदाबाहर कलाकार देव आनन्द के 65 वर्षों के फ़िल्मी जीवन को, एक बार फिर से जीवन्त किया गया। उनके 101वें जन्मदिवस पर ‘देव फेस्टिवल' का 10वां संस्करण आयोजित किया गया। द एवरग्रीन देव आनन्द सोसायटी ने अपने गौरवशाली 10 सालों को देव आनन्द के अंदाज में ही सेलिब्रेट किया।

‘देव फेस्टिवल‘ कार्यक्रम की संध्या में म्यूजिकल प्रोग्राम ‘देवानंद-द गाइड‘ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में देव आनन्द साहब की जिन्दगी के रोचक पलों को याद करते हुये जयपुर के बेहतरीन गायक कलाकार राजेश शर्मा, नीलम शर्मा, धर्मेंद्र छाबड़ा, संजय कौशिक, किशोर साराओगी, कवि शर्मा, राजकुमार लोटा, सुमन माथुर, मनोज श्रीमाली और राघव कामरा ने देव साहब के ‘पल भर के लिए कोई हमें, ख्वाब हो तुम या कोई हकीकत, दिल का भंवर करे पुकार, दिल आज शायर है, फूलों के रंग से, ऐसे ना तुम मुझे देखो‘ जैसे सुपर हिट नगमों की प्रस्तुति दी। इसके अलावा पवन कुमार टांक ने लाइव पेटिंग्स बनाकर देव आनन्द को ट्रिब्युट दिया। कार्यक्रम के दौरान भारतीय फिल्म जगत के लीजेंड्ररी अभिनेता की लेगेसी और जीवन यात्रा को सेलिब्रेट करने के लिए एक ओडियो-वीडियों प्रेजेंटेशन भी दिखाई गई।

फेस्टिवल में जयपुर के गायकों द्वारा अपनी संगीतमय प्रस्तुति देने के अलावा, देव साहब के संपूर्ण जीवन पर चर्चा की गई। यह पहली बार है कि इस फेस्टिवल में कवि शर्मा द्वारा सैक्सोफोन बजाया गया और इसका कारण था देव आनन्द साहब की 1974 में आई फिल्म ‘अमीर गरीब’ जिसके गाने ‘मैं आया हूं’ में देव साहब को एक सैक्सोफोनिस्ट के रूप में गाने पर अभिनय करना था। इसके लिए उन्हें स्क्रीन पर एक परफेक्ट सैक्सोफोनिस्ट दिखने के लिए 15 दिनों तक अभ्यास करना पड़ा था।

रंगायन ऑडिटोरियम में डॉ. महेन्द्र सुराणा, आईएएस (सेवानिवृत्त) द्वारा देव आनन्द पर आधारित एक खास प्रश्नोत्तरी संचालित की गई। जिसमें विभिन्न प्रतिष्ठित गर्ल्स कॉलेजों के 300 से अधिक छात्राओं से देव आनन्द के जीवन और फ़िल्मी करियर से संबंधित मजेदार प्रश्न पूछे गये और सही जवाब देने वाले विजेताओं को पुरस्कार द्वारा सम्मानित किया गया। इसी दौरान छात्र-छात्राओं द्वारा देव आनन्द साहब के यादगार गीतों पर ग्रुप डांस, सोलो डांस और फैशन शो भी किया गया।

इस अवसर पर फेस्टिवल में बोधि प्रकाशन द्वारा प्रकाशित 'यादों में देवानंद' पुस्तक का विमोचन किया गया। पुस्तक का विमोचन मयूर यूनिकोटर्स के चैयरमेन और मैनेजिंग डायरेक्टर, सुरेश कुमार पोद्दार ने किया। इस पुस्तक में देव साहब की मिट्टी की मूर्ति की छवि है, जिसे पद्मश्री स्वर्गीय अर्जुन प्रजापति ने बनाया था। पुस्तक में कुछ ऐसे व्यक्तित्वों के संस्मरण हैं, जिन्होंने देव आनंद के साथ काम किया है या उनके आलोचक या लेखक रहे हैं। साथ ही, पुस्तक में देव साहब के व्यक्तित्व पर संक्षिप्त नोट्स हैं, जिसने उन्हें एक लीजेंड और एक स्टार बनाया जिसे उनके प्रशंषकों द्वारा आज भी हर दिन याद किया जाता है। इस पुस्तक को द एवरग्रीन देव आनंद सोसाइटी के अध्यक्ष रवि कामरा द्वारा संकलित और संपादित किया गया है। फेस्टिवल में रवि जैन, आईएएस और डीजी जवाहर कला केंद्र भी उपस्थित थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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