कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की संचालन गति बढ़ाने के लिए तेजी से प्रयास

देवरिया, 5 अगस्त (हि.स.)। देवरिया लोकसभा के सांसद शशांक मणि और कुशीनगर के सांसद विजय दुबे के सहयोग से कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की संचालन गति बढ़ाने के लिए तेजी से प्रयास शुरु हो गए हैं। देवरिया सांसद शशांक मणि ने भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू से दिल्ली में विस्तृत चर्चा किया और इस विकास के लिए एक विजन डाक्यूमेंट प्रस्तुत किया।

इससे पहले कुशीनगर के सांसद विजय दुबे ने भी उड्डयन मंत्री से मुलाकात कर कुशीनगर एयरपोर्ट के संचालन में गति लाने पर चर्चा किया था।शशांक मणि ने एयरपोर्ट संचालन के लिए एक रुपरेखा भी तैयार की है, जिसमें एयरपोर्ट की आवश्यकता और उससे क्षेत्र में होने वाले आर्थिक लाभ को विस्तार से दर्शाया है। श्री मणि ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इस एयरपोर्ट से देवरिया और कुशीनगर के साथ अन्य जिले सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे।

एयरपोर्ट के त्वरित संचालन के लिए रिपोर्ट में 4 चरण को महत्वपूर्ण बताया हैं। जिसमें पहला चरण घरेलू उड़ानों के लिए है। दूसरे चरण में सैलानियों के आवागमन के लिए सबके प्रयास पर बल दिया है। तीसरा चरण स्थानीय यात्रियों के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर है। चौथे चरण में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मालवाहक विमानों के संचालन को महत्वपूर्ण बताया है। रिपोर्ट में कुशीनगर एयरपोर्ट के संचालन से पर्यटन विकास की संभावनाएं भी जताई गई है।

सांसद शशांक मणि का कहना है कि कुशीनगर और आसपास के क्षेत्रों में कई आकर्षण के केंद्र है। जिसमें भगवान बुद्ध की स्थली, फाजिलनगर में पावानगर, नारायणी दर्शन, देवरही मां, देवरहा बाबा समेत कई स्थान है। इसलिए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में सुधार की जरुरत है। साथ ही पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए पर्यटन बोर्ड की भूमिका पर जोर दिया है।

रिपोर्ट में एक पर्यटन सर्किट का भी जिक्र किया गया है। जो नेपाल के चितवन से शुरु होकर नारायणी नदी के माध्यम से तमकुहीराज तक आता है। यह एक ऐसा पर्यटन सर्किट है, जिसमें कुशीनगर एयरपोर्ट की बड़ी भूमिका होगी। श्री मणि ने अपनी रिपोर्ट में अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए कुशीनगर एयरपोर्ट को सबसे महत्वपूर्ण बताया है।

कुशीनगर एयरपोर्ट से ज्यादातर दुबई, सऊदी, मस्कट, सिंगापुर, बैंकॉक, मलेशिया के लिए विशेष उड़ानें हो सकती हैं। बाद में चीन, जापान, कोरिया की उड़ानों के बारे भी सोचा जा सकता है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय माल वाहक विमानों का संचालन भी काफी फायदेमंद होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / ज्योति पाठक / शरद चंद्र बाजपेयी / राजेश

   

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