चेन्नई में सड़क हादसे में गई जान, अनुप्रिया पटेल के प्रयास से गांव पहुंचा लाल…

--पत्नी और भाई ने लगाई गुहार, मंत्री ने दिलाई राहत, शव पहुंचा गांव, हर आंख हुई नम

मीरजापुर, 11 अप्रैल (हि.स.)। चेन्नई की सड़कों पर जिंदगी की दौड़ में भागते एक बेटे की सांसें अचानक थम गईं। बजटा गांव निवासी विजय कुमार पाल के जीवन की डोर 9 अप्रैल को एक सड़क दुर्घटना में टूट गई। घरवालों को जैसे ही सूचना मिली, गांव में कोहराम मच गया। मां-बाप का सहारा, पत्नी की उम्मीद और बच्चों का भविष्य एक झटके में अधूरा हो गया।

शव को चेन्नई से मीरजापुर लाने की राह आसान नहीं थी। परिजनों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई और तब उम्मीद की किरण बनकर सामने आईं केंद्रीय मंत्री और मीरजापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल। मंत्री को जब यह सूचना मिली, तो उन्होंने खुद मामले में हस्तक्षेप कर प्रशासनिक स्तर पर शव को वायुयान के जरिए चेन्नई से वाराणसी लाने की व्यवस्था करवाई। शुक्रवार को जैसे ही विजय का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, चीख-पुकार मच गई। हर आंख नम थी, हर दिल भारी।

मृतक की पत्नी उर्मिला देवी और भाई संजय पाल ने बताया कि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष बसंत लाल पाल के माध्यम से मंत्री से मदद मांगी थी। मंत्री ने न सिर्फ शव को मंगवाया, बल्कि कम्पनी से आर्थिक सहायता दिलवाने में भी अहम भूमिका निभाई। परिजनों को पूरी सैलरी के साथ एक महीने का अतिरिक्त वेतन भी मिलेगा।

गांव पहुंचकर मंत्री अनुप्रिया पटेल ने शोक जताते हुए परिजनों को ढाढ़स बंधाया। उन्होंने कहा कि विजय जैसे कर्मठ युवक की असमय मौत समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। साथ ही उन्होंने परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।

शोक संवेदना जताने वालों में छानबे विधायक रिंकी कोल, भाजपा जिलाध्यक्ष इंजीनियर राम लौटन बिंद, प्रदेश सचिव अनिल पटेल पगड़ी, ज्ञानशीला सिंह, संजय उपाध्याय, कुलदीप पटेल, डॉ. संतोष बिंद, अवधेश पाल, धनलक्ष्मी पाल समेत कई कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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