बीकानेर, 13 नवंबर (हि.स.)। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर से संबद्ध सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में बुधवार को एंड्रोक्राइनोलॉजिस्ट डॉक्टर हरदेव नेहरा के मार्गदर्शन में टाइप वन से पीड़ित करीब 20 बच्चों को फार्मा कंपनी के सहयोग से निःशुल्क ग्लूकोमीटर, लिटरेचर एवं किट का वितरण किया गया।
इस अवसर पर डॉ. नेहरा ने बताया कि टाइप 1 मधुमेह एक दीर्घकालिक (जीवनपर्यन्त) स्वप्रतिरक्षी रोग है, जो आपके अग्न्याशय को इंसुलिन बनाने से रोकता है। आपका शरीर आपके द्वारा खाए गए भोजन को ग्लूकोज़ (शर्करा) में तोड़ देता है, जो आपके शरीर का ऊर्जा का मुख्य स्रोत है।
डॉक्टर सुरेंद्र वर्मा ने बताया कि टाइप 1 डायबिटीज़ का निदान किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह बच्चों और युवा वयस्कों में ज़्यादा आम है. वहीं, टाइप 2 डायबिटीज़ का निदान आम तौर पर 40 साल से ज़्यादा उम्र के लोगों में होता है।
एसएसबी अधीक्षक डॉ. सोनाली धवन ने कहा कि शुगर मरीजों के लिए जागरूकता एवं जरूरतमंद मरीजों को निःशुल्क चिकित्सा उपकरण कार्यक्रम समय समय पर आयोजित किए जाते है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसएसबी अधीक्षक डॉ. सोनाली धवन, मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर सुरेंद्र कुमार वर्मा थे। इस दौरान डॉ. आशीष जोशी, डॉ. विनीता चौधरी, डॉ. सुशील फलोदिया, डॉ. नरेंद्र डारा, डॉ. महेंद्र सिसोदिया,नर्सिंग अधीक्षक शशिकला आदि उपस्थित रहे।
इस दौरान मनोज पांडे, विनय थानवी, पुनीत मदान, संजय शर्मा, आसकरण उपाध्याय आदि का विशेष सहयोग रहा।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव