सोनीपत: सुखदायिनी वरदायिनी है दैवी शक्ति दादी सती:पंडित पुरुषोतम
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- Mar 14, 2025

-अखंड भंडारा चला, छोटे-छोटे बच्चों
ने पंगत में प्रसाद वितरित कर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया
-मन्नत पूरी होने पर सभी यहां आकर
माथा टेकते हैं
सोनीपत, 14 मार्च (हि.स.)। सोनीपत
के गांव पुगथला में दादी सती के सच्चे दरबार में धर्म ज्ञाता पंडित पुरुषोतम नंबरदार
ने कहा कि दैवी शक्ति दादी सत्ती सुखदायिनी हैं वरदायानी हैं। दादी सत्ती का वार्षिकोत्सव
हवन यज्ञ के साथ आरंभ हुआ इसके पश्चात अखंड भंडारा चला। जिसमें ग्रामीण महिला पुरुष
सभी श्रद्धालुओं ने सेवा के महायज्ञ में आहुति डाली। पंडित
पुरुषोत्तम नंबरदार ने कहा कि दादी सत्ती हमारी पौराणिक मान्यता है। गांव के किसी भी
परिवार में कोई भी जब कोई भी शुभ कार्य को आरंभ करते हैं तो पहले दादी सती के यहां
प्रार्थना करते हैं। उनकी दुआओं को, प्रार्थनाओं को स्वीकार कर मातृशक्ति अपना दिव्य
वरदान प्रदान कर खुशहाल बनाती है।
पंडित
सोमदत्त ने कहा कि जीवन में मन्नत पूरी होने पर सभी यहां आकर माथा टेकते हैं विशेषकर
जब कोई मांगलिक कार्य हो, वैवाहिक नया जोड़ा शादी करके आये तो नवदम्पति माथा टेकते
हैं, अपनी गृहस्थी को खुशहाल बनाने की मंगल कामना करते हैं। आने वाले समय में यहां
पर मेला लगा करेगा। पंडित महेंद्र ने कहा कि यहां नतमस्तक होकर इस महाशक्ति से, आदि
शक्ति से, मात्र शक्ति से आशीर्वाद लेते हैं, खुशहाल जीवन का वरदान प्राप्त करते हैं।
छोटे
छोटे बच्चों सेवा का जज्बा बहुत ही शानदार रहा। वार्षिक उत्सव मनाया गया। दादी सत्ती
के भक्त नाचते हैं, गाते हैं, खुशी मनाते हैं, और महिलाएं दादी सती का गुणगान करती
हैं। यहां दादी सत्ती के स्थान पर ज्योत लगाई जाती है, प्रसाद चढ़ाया जाता है। ग्रामीण
बताते हैं कि पहले पूरब की ओर दादी सत्ती का स्थान था अब पश्चिम की ओर तालाब के किनारे
खुले स्थान पर बनाया गया है।
सभी
ग्रामीण श्रद्धालुओं ने चंदा एकत्र कर इस स्थान को तैयार किया है। यहां चलने वाला अखंड
भंडारा सबके दिए सहयोग से तैयार किया जाता है। हर परिवार इस अनुष्ठान हिस्सा लेते हैं
ताकि यह भंडारा सेवा का महा पुण्य यज्ञ पूरा हो, दादी सती प्रसन्न हो सभी परिवारों
को अपना परम सांनिध्य प्रदान करें। मुख्यजमान
सोमदत्त व सरपंच पूनम देवी पुरुषोत्तम नम्बरदार शिला देवी ने उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं
के साथ हवन में पूण आहुति दी। पंडित राजकुमार, पर्थी, चौधरी संदीप, मनोज, संदीप शर्मा,
बिल्लू, मुकेश, पवन, सत्यवान, पालेराम वाल्मीकि, गन्नौर से पहुंचे पिंटू शास्त्री ने
मंत्रोच्चारण किया। उपस्थित सभी दादी सत्ती के सेवकों ने समर्पित सेवाएं दी।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना