दो बच्चों को इलाज के लिए भेजा गया जेएलएनएमसीएच भागलपुर

किशनगंज,05फ़रवरी(हि.स.)। जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत बुधवार को क्लबफुट से ग्रसित आहिल रजा और सिफत परवीन को निःशुल्क इलाज के लिए सदर अस्पताल से जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जेएलएनएमसीएच), भागलपुर भेजा गया। विशेषज्ञ डाक्टरों की देखरेख में इनका इलाज किया जाएगा ताकि वे सामान्य जीवन जी सकें। सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया कि क्लबफुट एक जन्मजात विकृति है, जिसमें नवजात के पैर अंदर की ओर मुड़े होते हैं। यदि समय रहते इलाज न किया जाए, तो बच्चे को जीवनभर चलने में कठिनाई हो सकती है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि समय पर सही चिकित्सा और देखभाल से यह पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया कि आरबीएसके के तहत पिछले कुछ दिनों में क्लबफुट से पीड़ित कई बच्चों को बेहतर इलाज के लिए भागलपुर भेजा गया है। इससे पहले हामिद, मो. शाहिन और आहिल रजा को भी विशेषज्ञ इलाज के लिए रेफर किया गया था। इस सतत पहल से दर्जनों बच्चों को अब तक लाभ मिल चुका है। सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने कहा कि क्लबफुट जैसी जन्मजात समस्याओं का इलाज अब पूरी तरह निःशुल्क किया जा रहा है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जरूरतमंद बच्चों की पहचान कर उन्हें विशेषज्ञ इलाज मुहैया कराया जा रहा है। मैं सभी माता-पिता से अपील करता हूं कि वे अपने बच्चों की नियमित जांच कराएं और किसी भी प्रकार की समस्या होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें। जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि यह पहल जिले के बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। क्लबफुट जैसी समस्याओं का समय पर इलाज जरूरी है ताकि भविष्य में बच्चे सामान्य जीवन जी सकें। मैं सभी अभिभावकों से अनुरोध करता हूं कि वे सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएं और अपने बच्चों को समय-समय पर जांच के लिए अस्पताल लाएं। आरबीएसके डीआईसी प्रबंधक सह जिला समन्वयक पंकज कुमार शर्मा ने कहा कि हमारी टीम लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर क्लबफुट और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों की पहचान कर रही है। इन बच्चों को सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क इलाज की सुविधा दी जा रही है। हमारा लक्ष्य है कि जिले में कोई भी बच्चा इलाज से वंचित न रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / धर्मेन्द्र सिंह

   

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