विश्व हिंदी कविता प्रतियोगिता में डॉ. बीरेन्द्र को मिला विश्व हिंदी रत्न सम्मान

रांची, 14 सितंबर (हि.स.)। झारखंड के ख्यातिप्राप्त कवि और शिक्षाविद् डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो को हिंदी दिवस के अवसर पर रविवार को नेपाल की संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन की ओर से आयोजित विश्व हिंदी कविता प्रतियोगिता 2025 में उत्कृष्ट कविता के लिए विश्व हिंदी रत्न मानद उपाधि सम्मान से सम्मानित किया गया।

इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में अमेरिका, अफ्रीका, नेपाल और भारत के 20 राज्यों से 6845 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था, जिनमें से 265 कवियों का चयन किया गया। डॉ. महतो को तृतीय सूची में शामिल करते हुए संस्था ने प्रशस्ति पत्र और प्रमाणपत्र प्रदान किया। संस्था अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु ने उन्हें बहुआयामी व्यक्तित्व वाला कवि, लेखक एवं लोक कलाकार बताया जिनकी कविताओं में समाज परिवर्तन की क्षमता है।

डॉ. महतो खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड अंतर्गत जलंगा निवासी हैं। और वर्तमान में रांची विश्वविद्यालय के नागपुरी स्नातकोत्तर विभाग में सहायक प्राध्यापक के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने नागपुरी और हिंदी दोनों भाषाओं में साहित्यिक लेखन और अध्यापन को नई दिशा दी है। उनकी रचनाएं देश-विदेश की कई पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं।

इस उपलब्धि पर खूंटी जिले के साहित्यकारों और शिक्षाविदों में खुशी की लहर है। डॉ. महतो को बधाई देने वालों में डॉ. रीझू नायक, सीमा देवी, वासुदेव महतो, सुरेन्द्र गोप, शीला कुमारी, हरेन्द्र लोहरा सहित अनेक लोग शामिल हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar

   

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