नितिन गडकरी से मिले सांसद सिकंदर कुमार, पांगी घाटी में सुरंग निर्माण की उठाई मांग

शिमला, 20 मार्च (हि.स.)। राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार ने गुरुवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भेंट कर चम्बा जिले की अति दुर्गम पांगी घाटी में चैहणी जोत सुरंग निर्माण की मांग को लेकर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय मंत्री को एक मांग पत्र भी सौंपा और सुरंग निर्माण को पांगीवासियों की आवश्यक जरूरत बताया।

छह महीने कट जाता है संपर्क, हजारों लोगों को होती है परेशानी

डॉ. सिकंदर कुमार ने नितिन गडकरी को बताया कि पांगी घाटी में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। सड़कें जर्जर हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति दयनीय है। लोगों को आवश्यक सेवाओं और इलाज के लिए चम्बा मुख्यालय आना पड़ता है, लेकिन पांगी से चम्बा पहुंचना आसान नहीं है। सर्दियों में साच पास (15,000 फीट) पर भारी बर्फबारी होने के कारण छह महीने तक रास्ता बंद रहता है, जिससे पांगी घाटी का संपर्क शेष प्रदेश और देश से कट जाता है।

बर्फबारी के दौरान पांगी से चम्बा पहुंचने के लिए 500 से 700 किलोमीटर का लंबा सफर तय करना पड़ता है। लोगों को मजबूरन जम्मू या फिर लाहौल-स्पीति, अटल टनल रोहतांग, मनाली, कुल्लू होते हुए जाना पड़ता है, जिससे यात्रा का खर्च और समय दोनों बढ़ जाते हैं। ऐसे में यदि चैहणी जोत में सुरंग का निर्माण हो जाता है, तो पांगीवासियों को वर्षभर चम्बा से सीधा संपर्क मिलेगा और उनका जीवन सुगम हो जाएगा।

गडकरी ने दिए डीपीआर तैयार करने के निर्देश

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस मांग को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी पांगी जा चुके हैं और वहां की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों से अवगत हैं। गडकरी ने कहा कि इस सुरंग के निर्माण से पांगी के लोगों को लाभ मिलेगा और यह देश की सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से भी अहम साबित होगी। उन्होंने इस परियोजना के लिए संबंधित विभाग को जल्द डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने के निर्देश देने की बात कही।

सांसद डॉ. सिकंदर लगातार उठा रहे पांगी घाटी की आवाज

गौरतलब है कि राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार ने 10 मार्च, 2025 को भी संसद में चैहणी जोत सुरंग निर्माण का मुद्दा उठाया था। वे लगातार हिमाचल प्रदेश के विकास एवं प्रगति से जुड़े विभिन्न विषयों और समस्याओं को सदन में प्रमुखता से रख रहे हैं।

यदि केंद्र सरकार इस महत्वपूर्ण परियोजना पर जल्द अमल करती है, तो यह पांगी घाटी की जीवनरेखा साबित होगी और हजारों लोगों को बेहतर यातायात सुविधा मिलेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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