उद्योगों के चलते राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुले हैं : मुख्यमंत्री

अहमदाबाद, 14 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने नागरिकों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के साढ़े सात दशक की यात्रा पूरी कर हमारा गौरवशाली देश स्वतंत्रता की शताब्दी की ओर आगे बढ़ रहा है। हमें स्वतंत्रता दिलाने वाले राष्ट्रवीरों का और भारत माता को विश्व गुरु बनाने का स्वप्न अब साकार हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता की शताब्दी यानी 2047 तक विकसित, आत्मनिर्भर और उन्नत भारत बनाने का विजन दिया है। इस विजन को हासिल करने के लिए गुजरात ने भी ‘विकसित गुजरात से विकसित भारत’ का संकल्प किया है। गुजरात में उद्योगों के तेज गति से विकास से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुले हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के साढ़े सात दशक की यात्रा पूरी कर हमारा गौरवशाली देश स्वतंत्रता की शताब्दी की ओर आगे बढ़ रहा है। हम सभी को आजादी की मुक्त हवा में सांस लेने का जो सौभाग्य मिला है, उसके मूल में अनेक वीरों के त्याग, समर्पण और बलिदान की गाथा निहित है। भारत माता को विदेशी शासन से मुक्ति दिलाने वाले, वर्षों तक संघर्ष करने वाले और ब्रिटिशरों की लाठी-गोली खाने वाले हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को आज नतमस्तक होकर नमन करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी दिलाने वाले राष्ट्र वीरों का भारत माता को विश्व गुरु बनाने का स्वप्न अब साकार हो रहा है। एक समय ऐसा भी था, जब दुनिया के विकसित देश भारत की ओर ध्यान भी नहीं देते थे। आज वही देश भारत की अविरत वैश्विक विकास यात्रा से भारत और भारतीयों को सम्मान की नजर से देखते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक मंच पर ऊंचाई छू रहा है। जी20 समिट हो, यूक्रेन-रूस युद्ध हो या पर्यावरण की सुरक्षा के लिए ‘मिशन लाइफ’ हो, हमारे प्रधानमंत्री के विचारों और मंतव्यों को दुनिया स्वीकार रही है। भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में ग्यारहवें स्थान से पांचवें स्थान पर पहुंच गई है, और अब हमें तीसरे स्थान पर पहुंचना है। उन्होंने दुनिया को ग्लोबल वार्मिंग की चुनौतियों का सामना करने के लिए पर्यावरण अनुकूल विकास का विचार दिया है। समग्र सृष्टि का हरित आवरण (ग्रीन कवर) बढ़ाने और धरती को हरा-भरा बनाने के लिए उन्होंने सभी को ‘एक पेड़ मां के नाम’ नामक एक अभिनव दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया है। देश के यात्रा धाम और तीर्थस्थानों की विरासत का आधुनिक स्वरूप के साथ विकास किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के माध्यम से विभिन्न जिलों की हस्तकला कारीगरी, गृह उद्योग उत्पादों, खान-पान की प्रसिद्ध वस्तुओं, मेलों और लोक उत्सवों की एक अनूठी पहचान देश और दुनिया में स्थापित की है।

मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि आज जब हम 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं, देश सर्वांगीण और विश्वस्तरीय विकास की ओर बढ़ रहा है। उद्योग और इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे सामाजिक क्षेत्र के विकास को भी केंद्र में रखा है। ‘ज्ञान’ अर्थात् गरीब, अन्नदाता, युवा और नारी शक्ति के सर्वग्राही विकास को भी प्राथमिकता दी है। यह सरकार गरीब, वंचित, अंतिम छोर के लोगों और आदिवासियों के कल्याण के लिए समर्पित है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत साढ़े तीन करोड़ से अधिक गरीबों को मुफ्त अनाज प्रदान कर इस बात की चिंता की है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक जीवन में महिलाओं के योगदान को बढ़ावा देने के लिए ‘वुमन लेड डेवलपमेंट’ की रणनीति अपनाई है। तीन लाख तेरह हजार से अधिक महिला शक्ति को मिशन मंगलम के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाया है। नारी शक्ति को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर कर लखपति दीदी बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प में गुजरात ने साढ़े सात लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। पटेल ने कहा कि युवा उद्यमियों के सपनों को साकार करने के लिए एक हजार करोड़ रुपये के कोष से युवा उद्यमियों को सहायता देते हैं। उद्यमशील युवा इस योजना का लाभ प्राप्त कर अपने उद्योग शुरू कर रोजगारदाता बने हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि ऐसे तो अनेक क्षेत्रों में गुजरात को वर्ष 2047 तक अग्रसर बना कर विकसित गुजरात का संकल्प है।

हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय / आकाश कुमार राय

   

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