दुर्ग सेंट्रल जेल में गांजा तस्करी के मामले में बंद कैदी की मौत

दुर्ग /रायपुर, 20 सितंबर (हि.स.)। दुर्ग सेंट्रल जेल में गांजा तस्करी मामले में बंद एक आरोपित की इलाज के दौरान आज मौत हो गई है। बंदी की मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस कहना है कि जांच और पोटमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकेगा। गांजा बेचने के मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत युवक सुंदर जाल को पाटन थाना पुलिस ने दो साल पहले कोसानगर से गिरफ्तार किया था।

वहीं जेल प्रबंधन ने बताया कि कैदी की स्वाभाविक मौत हुई है। जेल अधीक्षक ने परिजनों को बताया कि सुंदर जाल के अचेत होकर गिरने के कारण उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।मृतक सुंदर जाल कोसा नगर उड़ियापारा का रहने वाला था। परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दो दिन पहले ही मृतक के परिजनों ने जेल में सुंदर जाल से मुलाकात की थी। उस समय उसे किसी तरह की कोई समस्या नहीं थी। लेकिन शुक्रवार सुबह अचानक उसकी मौत की खबर जेल प्रबंधन ने घर भिजवाई। डॉक्टर से इलाज हुआ भी है कि नहीं यह भी नहीं बताया जा रहा है। हम चाहते हैं कि जेल की सीसीटीवी फुटेज हमें मुहैया करवाई जाए, क्योंकि सुंदर की मौत किस वजह से हुई है। इस बारे में भी कोई नहीं बता रहा है। सीधा शव जेल से निकालकर पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिए हैं।

जेल प्रबंधन का दावा कि कि 20 सितम्बर को जेल में सुंदर की तबीयत खराब हुई और उसे तत्काल डॉक्टर को दिखाया गया।जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पद्मनाभपुर थाने में सूचना दी गई। जहां मर्ग कायम कर डेड बॉडी को मॉर्च्यूरी में रखा गया। इसकी खबर परिजनों को दी गई।

हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा

   

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