चुनाव की तैयारियों की समीक्षा को लेकर आयोग ने की बैठक  

नई दिल्ली, 27 जनवरी (हि.स.)। चुनाव आयोग ने सोमवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ दिल्ली विधानसभा की चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ), पुलिस उपायुक्त (डीसीपी), एमसीडी के जोनल डीसी, रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ), पुलिस पर्यवेक्षक, व्यय पर्यवेक्षक, सामान्य पर्यवेक्षक, पुलिस, एमसीडी/एनडीएमसी/कैंटोनमेंट बोर्ड और मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दिल्ली की मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आर. एलिस वाज और राज्य पुलिस नोडल अधिकारी भी उपस्थित रहे।

बैठक में कानून व्यवस्था की समीक्षा की गई। जिसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की तैनाती और संवेदनशील क्षेत्रों के प्रबंधन पर चर्चा हुई।

चुनाव आयोग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बैठक में संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाने की योजनाओं को अंतिम रूप दिया गया। इसके अलावा

चुनावी व्यय की निगरानी पर विशेष ध्यान दिया गया। इसी के साथ अनावश्यक खर्चों पर रोक लगाने और दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए तंत्र पर चर्चा की गई। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघनों की अद्यतन जानकारी प्रस्तुत की गई। वहीं दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने शहर भर में 13 लाख से अधिक पोस्टर, बैनर और होर्डिंग हटाकर बड़ी प्रगति की है।

सिस्टमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन गतिविधियों की भी विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में इन गतिविधियों के माध्यम से सूचित मतदाता भागीदारी सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया।

दिव्यांगजन (पीडब्लूडी) और वरिष्ठ नागरिकों के लिए घर से मतदान की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। 31 जनवरी तक शत प्रतिशत मतदाता सूचना पर्चियों (वीआईएस) के वितरण के निर्देश दिए गए। यह पहल सुनिश्चित करती है कि सभी पात्र मतदाता अपनी मतदाता सूची में नामांकन के बारे में सूचित हों और 5 फरवरी को अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए तैयार हों। इसी के साथ चुनाव अधिकारी प्रत्येक घर में जाकर मतदाता सूचना पर्चियां वितरित कर रहे हैं। इन पर्चियों में मतदाता का नाम, मतदान केंद्र और अन्य प्रासंगिक जानकारी शामिल है। इससे नागरिकों को अपने मतदान केंद्रों का पता लगाने और बिना किसी असुविधा के मतदान करने में आसानी होती है।

इसके अतिरिक्त सभी मतदान केंद्रों पर न्यूनतम सुविधाएं सुनिश्चित करने पर भी ध्यान दिया जा रहा है। मानकों के अनुसार उचित ढलान वाले स्थायी रैंप, पार्किंग की सुविधा, उचित संकेतक, स्वच्छ पेयजल, प्रतीक्षालय, चिकित्सा किट, सुलभ शौचालय और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

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