पानी की एक-एक बूंद पर नजर, डीएम ने कसी नकेल

लुरकी परियोजना फंसी फंदे में, जिलाधिकारी ने दी दो टूक चेतावनी

ग्राम प्रधानों के साथ डीएम प्रियंका निरंजन की बैठक

मीरजापुर, 19 मई (हि.स.)। भीषण गर्मी के बीच जिले में पानी की बढ़ती समस्या को देखते हुए डीएम प्रियंका निरंजन ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन के अधिकारियों, खंड विकास अधिकारियों और पानी की अधिक शिकायत वाले ब्लाकों पटेहरा, हलिया, लालगंज, राजगढ़ व पहाड़ी के ग्राम प्रधानों के साथ अहम बैठक की। बैठक में पेयजल संकट के स्थायी और त्वरित समाधान पर मंथन हुआ।

डीएम ने साफ निर्देश दिया कि पेयजल आपूर्ति को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा जाए। उन्होंने जल निगम के अवर अभियंता को शो-कॉज नोटिस जारी करने के निर्देश देते हुए कहा कि जहां भी आपूर्ति बाधित है, वहां त्वरित निरीक्षण कर समस्या का समाधान सुनिश्चित करें। डीएम ने अंत में ग्राम प्रधानों से अपील की कि वे अपने गांवों पर निगरानी रखें और किसी भी तरह की पेयजल समस्या की सूचना तत्काल कंट्रोल रूम या अधिकारियों को दें।

बैठक में सीडीओ विशाल कुमार, संयुक्त मजिस्ट्रेट अंशुल हिन्दल, एडीएम शिव प्रताप शुक्ल, एडीएम नमामि गंगे देवेंद्र प्रताप सिंह, सभी उपजिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी व विद्युत विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

लुरकी परियोजना बनी चिंता का केंद्र

पटेहरा विकासखंड की लुरकी पेयजल परियोजना पर सबसे अधिक शिकायतें मिलने पर डीएम ने सख्ती दिखाई। कार्यदायी संस्था एनसीसी और मेघा को चेतावनी दी गई कि कार्यशैली में सुधार लाएं, अन्यथा शासन स्तर से कार्रवाई की जाएगी। इस बाबत अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे को शासन को पत्र भेजने का निर्देश दिया गया।

पानी की आपूर्ति सुबह-शाम तय समय पर हो

डीएम ने अधिकारियों से कहा कि जिन परियोजनाओं में बिजली की समस्या है, वहां जनरेटर की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। सुबह-शाम तय समय पर पानी की आपूर्ति हो, यह सुनिश्चित किया जाए।

कंट्रोल रूम नंबर भी हुआ जारी

डीएम ने जानकारी दी कि जल निगम के कंट्रोल रूम नंबर 9473941824 पर कोई भी ग्रामीण पेयजल से जुड़ी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। साथ ही, सभी अधिशासी अभियंताओं को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों के ग्राम प्रधानों के साथ व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं ताकि समस्याओं की जानकारी तत्काल मिल सके।

मुख्य मजरों से दूर घरों तक टैंकर भेजें

डीएम ने विशेष रूप से कहा कि जिन घरों को नल कनेक्शन नहीं मिला और वे मुख्य मजरों से दूर हैं, वहां टैंकरों से पानी भेजा जाए। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों और जिला पंचायत राज अधिकारी को भी निर्देश दिया कि वे संवेदनशील क्षेत्रों में टैंकरों की मदद से आपूर्ति सुनिश्चित कराएं।

पाइप क्षतिग्रस्त होने की भी जांच के आदेश

जहां भी पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने की शिकायत है, वहां अधिशासी अभियंता जल निगम को गुणवत्ता जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। डीएम ने सभी बीडीओ से यह भी कहा कि वे अपने क्षेत्रों में पानी की सप्लाई की सघन निगरानी करें और जहां समस्या हो, उसका कारण बताकर त्वरित समाधान कराएं।

तालाबों की स्थिति भी टटोली

बैठक में डीएम ने सभी खंड विकास अधिकारियों से तालाबों को भरने की प्रगति की जानकारी भी ली। निर्देश दिया कि जहां आवश्यक हो, वहां नहरों के माध्यम से तालाब भरवाने की व्यवस्था कराई जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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