
जयपुर, 3 अप्रैल (हि.स.)। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि वक्फ को लेकर किसी नए कानून की आवश्यकता नहीं थी पर बहुसंख्यक वर्ग का जरूरी विषयों से ध्यान हटाने एवं अल्पसंख्यक वर्ग में भय पैदा करने तथा दोनों वर्गों के बीच तनाव पैदा करने के लिए यह कानून बनाया गया है।
गहलोत ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वक्फ संशोधन बिल का विरोध करते हुए पोस्ट किया कि ऐसा लगता है कि भारत सरकार महंगाई, बेरोजगारी, शेयर मार्केट में चल रही गिरावट, रुपये के अवमूल्यन जैसे जरूरी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए बार-बार अल्पसंख्यक वर्ग को निशाने पर लेने वाले कानून बनाती है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के दौरान भी ऐसा देखा गया क्योंकि कानून 2020 में ही बना दिया पर इसके नियम 2024 में बनाए गए थे परन्तु इसका राजनीतिक लाभ बार-बार इस मुद्दे को उछाला गया और पूरे देश में तनाव पैदा किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने संदेह व्यक्त करते हुए दावा किया कि वक्फ को लेकर बनाया गया कानून भी इसी का हिस्सा है। वक्फ को लेकर किसी नए कानून की आवश्यकता नहीं थी पर बहुसंख्यक वर्ग का जरूरी विषयों से ध्यान हटाने एवं अल्पसंख्यक वर्ग में भय पैदा करने तथा दोनों वर्गों के बीच तनाव पैदा करने के लिए यह कानून बनाया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / संदीप