भारत विभाजन में 10 लाख लोगों को गंवानी पड़ी थी अपनी जान : शलभ मणि त्रिपाठी

देवरिया, 14 अगस्त (हि.स.)। विभाजन विभीषिका दिवस के अवसर पर 1947 के ऐतिहासिक विभाजन में अपनी जान गंवाने वाले लाखों व्यक्तियों की याद में बुधवार को मौन जुलूस का आयोजन किया गया। मौन जुलूस न्यू कॉलोनी स्थित पार्क से प्रारंभ कर जलकल रोड, कोतवाली रोड होते हुए जीआईसी पहुंच कर समापन हुआा। जहां जुलूस में शामिल लाेगाें ने विभाजन की त्रासद गाथा को व्यक्त करने वाली प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

इस अवसर पर सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि 1947 में भारतीय उपमहाद्वीप में लोगों का बड़े पैमाने पर विस्थापन हुआ था। लगभग 10 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। साठ लाख से अधिक लोग पश्चिमी पंजाब, सिंध से आये थे। बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए और उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। महिलाओं के साथ बर्बरता बरती गई।

हिन्दुस्थान समाचार / ज्योति पाठक / शरद चंद्र बाजपेयी / राजेश

   

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