विशेषज्ञों ने लोगों से जानमाल के नुकसान से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने का किया आग्रह

श्रीनगर, 06 जनवरी (हि.स.)। बारामुला के एक परिवार के पांच सदस्यों की रविवार रात श्रीनगर पंद्रेथन में किराए के मकान में दम घुटने से हुई दुखद मौत के मद्देनजर विशेषज्ञों ने सोमवार को लोगों से जानमाल के नुकसान से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने का आग्रह किया है।

कश्मीर के प्रमुख पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. नवीद नजीर शाह ने बताया कि सर्दियों के कारण हम कमरों को गर्म रखने के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरणों का उपयोग करते हैं। गैस हीटर, चारकोल और ऐसे अन्य उपकरण विशेष कमरे के भीतर ऑक्सीजन का उपभोग करते हैं और उचित वेंटिलेशन के अभाव में कार्बन मोनोऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड जैसी अप्रिय गैसें जमा हो जाती हैं जो गंधहीन गैसें हैं और ऐसे में लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं। प्रारंभिक कारणों में चक्कर आना, सिरदर्द, और थकान या कमजोरी, सांस की तकलीफ, भ्रम या मानसिक भटकाव, सीने में दर्द (गंभीर मामलों में) और बेहोश हो जाना शामिल है।

डॉ. नवीद जो चेस्ट डिजीज हॉस्पिटल में एक विभाग के एचओडी भी हैं ने कहा कि आम तौर पर हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के ऊतकों और अंगों तक ले जाता है लेकिन एक बार कार्बन मोनोऑक्साइड शरीर में प्रवेश करने के बाद हीमोग्लोबिन के लिए इसकी उच्च आत्मीयता होती है और इस तरह ऑक्सीजन परिवहन प्रक्रिया बाधित हो जाती है इसलिए लोगों को चक्कर आना आदि होता है और अंततः रोगी की मृत्यु हो जाती है।

डॉ. नवीद ने लोगों से एहतियाती उपाय करने का आग्रह किया और इसे समय की मांग बताया। उन्होंने कहा कि जबकि हमें अपने कमरे को गर्म रखने की जरूरत है, लोगों को उन उपकरणों का उपयोग करना चाहिए जो सामान्य रूप से ऑक्सीजन का उपभोग नहीं करते हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उचित वेंटिलेशन बनाए रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी उपकरण जो ऑक्सीजन का उपभोग करता है, उसे पूरी रात चालू या उपयोग में नहीं रखना चाहिए। लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अप्रिय गैसें बाहर निकल जाएं और साथ ही ऑक्सीजन का निरंतर प्रवाह हो और इसलिए उचित वेंटिलेशन जरूरी है।

हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता

   

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