गुवाहाटी, 02 फरवरी (हि.स.)। विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा सोमवार को बसंत पंचमी के अवसर पर की जाएगी। इस अवसर पर राज्यभर में सरस्वती पूजा की व्यापक तैयारियां देखी जा रही हैं। पूजा के लिए विद्यालयों और शिक्षण संस्थानों को सुसज्जित किया गया है। श्रद्धालु मां सरस्वती के चरणों में धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित कर ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति की प्रार्थना करेंगे। वहीं, छात्र-छात्राएं पारंपरिक वेशभूषा में शिक्षण संस्थानों को रंगीन बना देंगे।
हिंदू धर्म में बसंत पंचमी का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन को मां सरस्वती को समर्पित किया जाता है। मान्यता है कि पूरी विधि-विधान से पूजा करने से बुद्धि का विकास होता है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है। इसी कारण घरों, कार्यालयों और शिक्षण संस्थानों में मां सरस्वती की पूजा की जाती है। इस बार बसंत पंचमी की तिथि को लेकर कुछ भ्रम की स्थिति रही, लेकिन अधिकतर शिक्षण संस्थानों में सोमवार को मां सरस्वती की पूजा का आयोजन किया जा रहा है।
सरस्वती पूजा के दिन विशेष रूप से छात्राएं पारंपरिक वस्त्र पहनकर खुद को सुसज्जित करती हैं। मेखला-चादर, साड़ी या अन्य सुंदर परिधानों में वे आकर्षक नजर आती हैं। छोटे बच्चों से लेकर कॉलेज और विश्वविद्यालय की छात्राओं तक में सजने-संवरने की होड़ सी लग जाती है। इस अवसर पर उनके मनमोहक परिधानों से वातावरण रमणीय हो जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश