
भागलपुर, 12 मार्च (हि.स.)। सामाजिक सांस्कृतिक संस्था जनप्रिय भागलपुर की ओर से बुधवार को परबत्ती के सामुदायिक भवन में होली के अवसर पर फागुणोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर स्थानीय लोक कलाकार गुलजारी प्रसाद सहनी की टोली ने ढोल मंजीरे पर परंपरागत फगुआ गीत 'होली है रे रसिया', 'होली खेले रघुवीरा अवध में' और 'जोगीरा' गाकर माहौल को होलीमय बनाया। कार्यक्रम में उपस्थित महिला, पुरुष और बच्चों ने रंग गुलाल लगाकर एक दूसरे को होली की बधाइयां और शुभकामनाएं दिया। उक्त अवसर पर जनप्रिय के निदेशक गौतम कुमार ने कहा कि होली समावेशिता और एकता का सार है, जो जीवन के रंगीन उत्सव में विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को एक साथ लाता है। यह संयोग नहीं हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि होली और रमजान के जुम्मा दो धर्मों का त्यौहार का संगम है। आपसी प्रेम भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए स्वच्छ और सौहाद्रपूर्ण माहौल में त्यौहार मनाएं।
जनप्रिय महिला स्वावलंबन समिति की संयोजिका रेखा कुमारी ने कहा कि होली सद्भावना और एकता का एक देशव्यापी त्यौहार है। सभी धर्मों, जातियों और लिंगों के लोग बिना किसी भेदभाव के आपसी संवाद, प्रेम और हंसी ठिठोली करते रंगो में रंगे होते हैं। जनप्रिय के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने कहा कि होली के त्यौहार में व्यक्ति नकारात्मकता को त्यागकर सकारात्मक को अपनाता है। उक्त अवसर पर रागनी कुमारी, गुलजारी प्रसाद सहनी, मिंटू मंडल, घोघली मंडल, रेखा देवी, डॉ जयंत जलद, सुमन देवी, गोपाल प्रसाद सहनी, लक्ष्मी देवी, सुभाष प्रसाद, संजय कुमार, पवन मंडल, साधना देवी, प्रियंका देवी, बबीता देवी, जानकी देवी, सुरेश गोस्वामी, सत्यनारायण मंडल, साक्षी कुमार, रुचिका कुमार सहित सैकड़ों लोग उपस्थित हुए।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर