नकली किताबों के रैकेट का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार

नई दिल्ली, 19 मई (हि.स.)। शाहदरा जिले की पुलिस ने एनसीईआरटी की नकली किताबों की बिक्री और वितरण में लिप्त एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस अवैध कारोबार में शामिल पिता-पुत्र की जोड़ी प्रशांत गुप्ता और निशांत गुप्ता सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये अनुपम सेल्स नामक दुकान के माध्यम से अवैध कारोबार चला रहे थे। इस कार्रवाई में 2.4 करोड़ की कीमत से अधिक मूल्य की 1.7 लाख से अधिक नकली किताबें बरामद की गई।

शाहदरा जिले के डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया 16 मई को गुप्त जानकारी मिली थी कि मंडोली रोड स्थित कुछ स्थानों पर एनसीईआरटी की नकली किताबों का अवैध कारोबार किया जा रहा है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए तुरंत विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने एनसीईआरटी के सहायक उत्पादन अधिकारी प्रकाशवीर सिंह को भी बुलाया, ताकि जब्त की गई किताबों की प्रमाणिकता की जांच की जा सके।

टीम ने मंडोली रोड स्थित राम नगर में अनुपम सेल्स में छापा मारा। जहां से 27 नकली एनसीईआरटी सामाजिक विज्ञान की कक्षा 12 की किताबें बरामद की गईं। इन किताबों पर एनसीईआरटी अधिकारी और दुकानदार के फर्जी हस्ताक्षर पाए गए। जिससे स्पष्ट हुआ कि यह किताबें पूरी तरह से नकली थी। मौके से दुकानदार पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, आरोपित प्रशांत गुप्ता ने बताया कि वह पिछले 25 वर्षों से यह दुकान चला रहा था और उसका बेटा निशांत पिछले 5 सालों से उससे जुड़ा था। उन्होंने कबूल किया कि यह किताबें दिल्ली के हिरांकी (अलीपुर के पास) से खरीदकर बेचना शुरू किया था।

इसके आधार पर पुलिस ने शिव एन्क्लेव, कश्मीरी कॉलोनी, हिरांकी, स्थित गोदाम पर भी छापा मारा। जहां से लगभग 1.6 लाख नकली किताबें और मिली। जिसकी कीमत 2.4 करोड़ के लगभग आंकी गई। इसके बाद गोदाम मालिक अरविंद कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया। डीसीपी प्रशांत गौतम के अनुसार, यह सिर्फ एक दुकान नहीं बल्कि एक सुनियोजित पायरेसी नेटवर्क था, जिसमें न केवल दुकान मालिक, बल्कि आपूर्तिकर्ता, गोदाम मालिक और अन्य बिचौलिए भी शामिल हैं। इस नेटवर्क की गहराई से जांच शुरू कर दी गई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी

   

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