गुरुग्राम में फर्जी जीपीए के लिए स्विट्जरलैंड में तैयार किए कागजात
- Admin Admin
- Nov 18, 2025
-ठगों ने एंबेसी के माध्यम से फर्जी जीपीए भी भिजवाई गुरुग्राम
-फ्रांस में एनआरआई दंपत्ति के फर्जी पासपोर्ट भी तैयार किए गए
-आरोपी को गुरुग्राम पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से किया गिरफ्तार
गुरुग्राम, 18 नवंबर (हि.स.)। स्थानीय पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के एक सदस्य को गुरुग्राम पुलिस ने उस समय काबू किया, जब वह लंदन से भारत आ रहा था। उसे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दिल्ली से पकड़ा गया। इस मामले में पीडि़त की प्रॉपर्टी को देखने वाले प्रॉपर्टी डीलर की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने मंगलवार को बताया कि आरोपी को अदालत में पेश करके गहनता से पूछताछ की जाएगी।जानकारी के अनुसार तीन जनवरी 2023 को सदर थाना पुलिस को आर्थिक अपराध शाखा-1 ने एक शिकायत सौंपी। इस शिकायत में शिकायतकर्ता ने कहा था कि उनके दो मकान सेक्टर-31 गुरुग्राम में हैं। वह और उनकी पत्नी इनके मालिक हैं। चार सितंबर 2021 को उनके पास एक प्रॉपर्टी डीलर ने कॉल करके बताया कि उनके दोनों मकानों के बदले 15 लाख रुपये एडवांस में दे दिए हैं और एक करोड़ रुपये आरटीजीएस करवा रहे हैं। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनका कोई बेटा ही नहीं है। इसलिए कोई रुपये ट्रांसफर मत करो। फर्जीवाड़े के अंदेशे से उन्होंने तुरंत ही संज्ञान लिया। प्रॉपर्टी डीलर द्वारा उनको फर्जी जीपीए, पोजिशन लेटर व फर्जी पासपोर्ट दिखाए गए। पीडि़त ने प्रॉपर्टी डीलर को बताया कि वह तो यूएसए रहते हैं। उन्होंने किसी को कोई पावर ऑफ अटॉर्नी नहीं दी है। उन्होंने एचएसवीपी में शिकायत दी। इस दौरान पता चला कि करण भटनागर द्वारा उनकी प्रॉपर्टी लखविंदर सिंह को ट्रांसफर कर दी है। एचएसवीपी से लखविंदर सिंह व फर्जी करन भटनागर की फोटो भी मिली। उनके पास सेक्टर-31 में बने मकान को बेचने के लिए एक अन्य प्रॉपर्टी डीलर का भी फोन आया। पीडि़त ने बताया कि फर्जीवाड़ा करने वाले बार-बार नाम बदलकर उनकी प्रॉपर्टी बेचने की कोशिश कर रहे हैं।
छापेमारी में पता चला आरोपी 2022 में लंदन शिफ्ट हो गया
इस शिकायत पर सदर थाना पुलिस में केस दर्ज किया गया। पूरे मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा-1 ने की। आर्थिक अपराध शाखा-1 ने पुलिस टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए आरोपी लखविंदर सिंह के घर पर छापा मारा गया। इस दौरान पता चला कि आरोपी वर्ष 2022 में लंदन जा चुका है। इस पर गुरुग्राम पुलिस द्वारा केंद्रीय एजेंसियों से संपर्क किया गया। मंगलवार को आरोपी लंदन से भारत आ रहा था। जैसे ही वह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचा तो गुरुग्राम पुलिस की टीम ने उसे काबू कर लिया। आरोपी की पहचान लखविंदर सिंह उम्र 31 साल शिक्षा 12वीं निवासी गांव हयातपुर रुडक़ी नवां शहर पंजाब के रूप में हुई है।
स्विट्रलैंड से रजिस्टर्ड करवाई जर्नल पावर ऑफ अटॉर्नी
आरोपी से शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि वह शिकायतकर्ता की प्रॉपर्टी को एक अन्य व्यक्ति द्वारा उसका फर्जी बेटा करण भटनागर बनकर उनके फर्जी पासपोर्ट फ्रांस से बनवाए। उन पासपोर्ट के आधार पर एक जर्नल पावर ऑफ अटॉनी कॉन्टन ओबवैल्डन स्विट्रलैंड से रजिस्टर्ड करवाई। उसी फर्जी जीपीए को एंबेसी के माध्यम से भारत मंगवाकर कलेक्टर कार्यालय गुरुग्राम में रजिस्टर्ड करवा लिया गया। फर्जी जीपीए के आधार पर करण भटनागर ने प्रॉपर्टी मार्च 2021 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कार्यालय में आकर लखविंदर सिंह के नाम ट्रांसफर परमिशन रजिस्टर्ड करवा दी। गिरफ्तार किए गए आरोपी लखविंदर सिंह ने बताया कि यह प्रापर्टी उसे करण भटनागर ने ट्रांसफर करवाई थी। इस प्रॉपर्टी को ट्रांसफर परमिशन के आधार पर वर्ष-2021 व वर्ष-2022 से बार-बार बेचने की कोशिश कर रहा था। फिर यह अक्टूबर-2022 में स्टूडेंट वीजा पर अपनी पत्नी के साथ डिपेंडेंट वीजा पर यूनाइटेड किंगडम चला गया। सितंबर-2025 में उसके डिपेंडेंट वीजा की अवधि खत्म होने पर उसे लंदन से वापस भेज दिया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर



