पश्चिम बंगाल में फर्जी मतदाताओं की पहचान के लिए तृणमूल कांग्रेस करेगी घर-घर सर्वे
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- Mar 07, 2025

कोलकाता, 07 मार्च (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस ने मतदाता सूची में शामिल फर्जी मतदाताओं की पहचान के लिए बड़ा कदम उठाया है। पार्टी इस सप्ताहांत से राज्यभर में घर-घर जाकर व्यापक सर्वेक्षण शुरू करने जा रही है। इस फैसले को अमलीजामा पहनाने के लिए तृणमूल की विशेष कोर कमेटी की पहली बैठक में सहमति बनी, जिसे पिछले महीने मतदाता सूची की जांच और फर्जी मतदाताओं की पहचान के लिए गठित किया गया था।
तृणमूल ने यह सर्वे जिला स्तर पर कराने का निर्णय लिया है। ग्रामीण इलाकों में इसे ब्लॉक स्तर पर और शहरी क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर संचालित किया जाएगा। सर्वे के लिए पांच प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा—
1. उन लोगों की पहचान करना, जो पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची में शामिल होने के योग्य नहीं हैं।
2. ऐसे मामलों का पता लगाना, जहां एक ही ईपीआईसी (मतदाता पहचान पत्र) नंबर पर दो अलग-अलग नाम पंजीकृत हैं।
3. प्रत्येक मतदान केंद्र में अलग-अलग टीमों को तैनात करना ताकि सर्वेक्षण प्रक्रिया पूरी तरह सटीक हो।
4. उन वास्तविक मतदाताओं की अलग सूची तैयार करना, जिनके नाम किसी कारणवश मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं।
5. ऑनलाइन आवेदन के जरिए मतदाता सूची में जोड़े गए नामों की विशेष जांच करना।
इसके अलावा, कोर कमेटी के प्रत्येक सदस्य को तीन जिलों की समीक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर सर्वे कार्य की निगरानी करें और रिपोर्ट तैयार करें।
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में पार्टी के संसदीय दल के नेता सुदीप बनर्जी ने कहा कि पार्टी इस मामले को गंभीरता से ले रही है, क्योंकि उसे संदेह है कि भारतीय जनता पार्टी 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले कुछ साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने ऐसा किया था, लेकिन पश्चिम बंगाल में उनकी यह साजिश कभी सफल नहीं होगी।
इसी तरह, राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस ने भी कहा कि पार्टी मतदाता सूची को त्रुटिहीन बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक देगी।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर