सोनीपत:मनी लांड्रिंग का डर दिखा ठगों ने उड़ाए  पाैने दाे कराेड़

सोनीपत, 25 नवंबर (हि.स.)। सोनीपत में साइबर ठगों ने मनी लांड्रिंग केस में फंसाने की

धमकी देकर एक व्यक्ति से 1.78 करोड़ रुपये ठग लिए। पीड़ित को डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर

उसे वॉट्सएप पर फर्जी अरेस्ट वारंट भेजा गया। उसे और उसकी पत्नी को होटल में रुकने

के लिए मजबूर किया गया और लाइव कैमरे पर रहने को कहा गया। सोनीपत के मॉडल टाउन निवासी विनोद चौधरी ने पुलिस को दी शिकायत

में बताया कि छह नवंबर को उनके मोबाइल पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस

अधिकारी बताया और कहा कि विनोद का नाम मनी लॉन्ड्रिंग केस में दर्ज

है। साथ ही उन्हें अरेस्ट वारंट और एफआईआर की फर्जी कॉपी वॉट्सऐप पर भेजी गई। तब ठगी

का खुलासा हुआ।

12 नवंबर को दोबारा कॉल आई और ठगों ने धमकाते हुए विनोद और उनकी फैमिली

की बैंक डिटेल्स मांगी। ठगों ने 13 नवंबर को उनकी दिनचर्या की जानकारी भी ले ली।

14 से 20 नवंबर तक, विनोद को निर्देश दिए गए कि वह अपने बैंक खातों से 1.78 करोड़ रुपये

अलग-अलग खातों में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर करें। ठगों ने सुरक्षा का हवाला

देते हुए विनोद और उनकी पत्नी को घर छोड़कर होटल में रहने के लिए कहा। 17 से 18 नवंबर

तक वह सोनीपत के एक होटल में रुके, जहां उनसे लगातार लाइव कैमरे पर रहने को कहा गया।

विनोद ने बताया कि ठगों ने फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर और फर्जी

कागजातों के आधार पर यह ठगी की। उन्होंने साइबर सेल को घटना की सूचना दी। साइबर थाना

सोनीपत के एएसआई कुमार ने बताया कि विनोद चौधरी की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया

है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और ठगों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।

चेतावनी देते हुए पुलिस ने जनता से अपील की है कि अज्ञात कॉल्स और फर्जी दस्तावेजों

पर भरोसा न करें और ऐसी किसी घटना की तुरंत रिपोर्ट करें।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र परवाना

   

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