बिहार के पूर्णिया में डाकिया डाक लाया की भूमिका निभा रही है रानी
- Admin Admin
- Jan 21, 2025
पूर्णिया, 21 जनवरी (हि.स.)। बिहार में पूर्णिया जिले के टीकापट्टी में पहली बार कोई महिला डाकबाबू बनके आयी हैं और घर घर डाक बांट रही है। इससे इस इलाके की महिलाओं में काफी खुशी है । डाक बाबू रानी स्वयं क्षेत्र में डाकिया के साथ घर-घर घुम रही हैं तथा परिचय कर रही हैं ।
टीकापट्टी डाकघर के अंदर टीकापट्टी, तेलडीहा, धूसर एवं भदैयाटोला कुल चार गांव आते हैं । जिसकी आबादी लगभग 25 हजार है । पिछले साल 11 दिसंबर को रानी ने टीकापट्टी डाकघर में अपना योगदान दिया है । डाकबाबू के रूप में योगदान देनेवाली रानी कुमारी पिता ओमप्रकाश कटिहार जिला के कुरसेला की रहनेवाली हैं । वह नवोदय से 10 वीं की परीक्षा पास की थीं तथा इसी योग्यता के आधार डाकबाबू के लिए आवेदन किया था । उनका मैट्रिक की परीक्षा में 96.5 प्रतिशत अंक रहने के कारण डाकबाबू के पद पर नियुक्ति हुई है ।
रानी कुमार कहती हैं कि अब महिलाओं के लिए कोई भी काम अछूता नहीं रह गया है । महिलाएं बेहतर तरीके से हर कार्य कर सकती हैं, यह बात सर्वविदित हो गया है । वह अभी अपनी पढाई नहीं छोडी हैं, पत्राचार के माध्यम से उनकी पढाई लगातार चल रही है । साथ चल रहे डाकिया रमण कुमार कहते हैं कि वे पिछले कई दशकों से यहां डाकिया का काम कर रहे हैं। महिला डाकबाबू की नियुक्ति से वे काफी प्रभावित हैं । काम में भी काफी तेजी आयी है ।
इस संबंध में टीकापटी गांव की सामाजिक कार्यकर्ता ममता देवी डाकबाबू का स्वागत करती हुई कहती हैं कि उन्हें काफी खुशी है कि बेटियां अब हर क्षेत्र में अपना नाम कमा रही है। बेटियां जबतक नहीं पढेंगी, तबतक समाज आगे नहीं बढेगा । उनकी भी बेटियां अब अपने पैरों पर खडी हैं, इससे उन्हें ही नहीं, समाज को भी गर्व है। ---------------
हिन्दुस्थान समाचार / नंदकिशोर सिंह