दून पुस्तकालय में बच्चों के लिए फाइंडिंग निमो फिल्म का प्रदर्शन, दिखाई नई राह 

दून पुस्तकालय में बच्चाें काे जानकारी देते वक्ता।

देहरादून, 20 अगस्त (हि.स.)। दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से मंगलवार सुबह बाल पुस्तकालय के बच्चों और अन्य लोगों के लिए फिल्म 'फाइंडिंग निमो' का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के बाद कहानी लेखन की प्रारंभिक शुरूआत खुद किस तरह करें, इस बारे में आधारभूत जानकारी दी गई। इस संपूर्ण सत्र को गीत-संगीत व फिल्मों के जानकार निकोलस हॉफलैंड ने कुशलता से संचालित किया।

दरअसल, फाइंडिंग निमो एक एनिमेटेड फिल्म है, जिसमें निमो नाम की मछली अपने पिता से बिछड़ जाती है। एक पिता और बेटे के आसपास घूमती ये कहानी पिता-पुत्र के संबंधों को शानदार तरीके से प्रदर्शित करती है। फाइंडिंग निमो फिल्म यह सीख देने में सफल दिखती है कि किसी भी संदर्भ को सतही तौर के बजाय अपनी व्यापक सोच से जो कार्य आप करना चाहते हैं, उसे करना चाहिए। इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन क्या कहेगा, अगर आप खुद पर भरोसा रखते हैं तो आप अपना मार्ग स्वयं निकाल ही लेंगे।

फाइंडिंग निमो फिल्म का निर्माण वॉल्ट डिज्नी पिक्चर्स ने किया है। निर्देशन एंड्रयू स्टैंटन ने किया है। पटकथा बॉब पीटरसन और डेविड रेनॉल्ड्स द्वारा स्टैंटन की कहानी पर आधारित है। फिल्म में अल्बर्ट ब्रूक्स, एलेन डीजेनरेस, अलेक्जेंडर गोल्ड, विलेम डेफो और जेफ्रीरश की आवाजें हैं। यह फिल्म मार्लिन (ब्रूक्स) नाम के एक ओवर प्रोटेक्टिव क्लाउनफिश की कहानी बताती है, जो डोरी (डीजेनेरेस) नामक एक भुलक्कड़ रीगल ब्लू टैग के साथ मिलकर अपने लापता बेटे निमो (गोल्ड) की खोज करता है। इस दौरान शहर के प्राथमिक विद्यालय, परेड ग्राउंड, एनआईओएस, दून गर्ल्स स्कूल, वेल्हम्स गर्ल्स स्कूल और आसरा ट्रस्ट के 45 बच्चों सहित सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक साहित्यप्रेेमी व दून पुस्तकालय के बाल एवं युवा पाठक उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण / सुनील सक्सेना

   

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