बनारस बार एसोसियेशन अध्यक्ष के कार पर फायरिंग,कार मैकेनिक काे लगी गोली
- Admin Admin
- May 14, 2025

कार को लेकर गैराज ले जाते समय मनबढ़ फायरिंग कर के फरार
वाराणसी,14 मई (हि.स.)। बनारस बार एसोसियेशन के अध्यक्ष अधिवक्ता सतीश तिवारी की कार पर मनबढ़ युवकों ने फायरिंग कर दी। इस दौरान कार सवार मिस्त्री के कंधे में गोली लग गई। मंगलवार की देर रात हुई घटना की जानकारी पाते ही पुलिस के साथ अधिवक्ता भी मौके पर पहुंच गए। संयोग ही रहा कि कार में अधिवक्ता सतीश तिवारी नहीं थे।
अधिवक्ता सतीश तिवारी ने पुलिस अफसरों को बताया कि उनकी कार खराब हो गई थी। देर रात कार के स्टार्ट न होने पर उन्होंने मैकेनिक सोनू सोनकर को बुलाया और कार उसे देकर घर चले गए। मैकेनिक सोनू अपने सहयोगियों के साथ कार लेकर गैराज जा रहा था। तभी शुद्धिपुर शिवपुर के पास कुछ लोगों से उसकी कहासुनी हाे गई और मनबढ़ युवकों ने कार पर फायरिंग कर दी और एक गोली मैकेनिक सोनू के दाएं कंधे में जा लगी। घटना के बाद मनबढ़ मौके से भाग निकले। कार मैकेनिक ने घटना की जानकारी अधिवक्ता के साथ पुलिस को दी। घायल मिस्त्री को आनन-फानन में बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत स्थिर बताई गई। घायल गाड़ी मैकेनिक की तहरीर पर शिवपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। शिवपुर पुलिस के अनुसार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
अधिवक्ताओं ने की बैठक
बनारस बार एसोसियेशन के अध्यक्ष अधिवक्ता सतीश तिवारी के कार पर फायरिंग मामले को लेकर अधिवक्ताओं में नाराजगी बढ़ रही है। बुधवार को इस मामले को लेकर सेन्ट्रल बार के सभागार में सेंट्रल बार के अध्यक्ष अधिवक्ता मंगलेश दुबे की अध्यक्षता में दोनों एसोसियेशन के पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में शामिल पदाधिकारियों ने कहा कि अधिवक्ता सतीश तिवारी के कार पर कुख्यात बदमाशों ने गोली चलाई है। संयोग से कार में उस समय सतीश तिवारी मौजूद नहीं थे इसलिए गोली कार चालक मिस्त्री को लग गई। घटना की एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद भी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अभी तक हमलावर पकड़े नहीं गए हैं और न ही उनकी पहचान हो पाई है। इससे अधिवक्ताओं में नाराजगी है। अधिवक्ताओं ने बनारस बार अध्यक्ष सतीश तिवारी को सशस्त्र सुरक्षा व्यवस्था देने, घायल कार मैकेनिक को पांच लाख रूपये मुख्यमंत्री राहत कोष से मुआवजा दिलाने की मांग की। अधिवक्ताओं ने चेताया कि इस मामले में 24 घंटे के अंदर आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर न्यायिक कार्य से विरत हो जाएंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी