हमीरपुर, 19 नवंबर (हि.स.)। उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ दियोटसिद्ध से लिया गया रोट का सैंपल फेल हो गया है। जांच में पाया गया है कि स्वास्थ्य की गुणवत्ता के दृष्टिगत यह रोट खाने लायक नहीं है। कुछ महीने पहले ही जिला खाद्य सुरक्षा विभाग की तरफ से रोड के सैंपल जांच के लिए कंडाघाट लैब भेजे गए थे। लैब से प्राप्त हुई रिपोर्ट में सैंपल फेल पाया गया है। ऐसे में अब महकमा आगामी कार्रवाई अमल में लेगा।
बाबा बालक नाथ मंदिर में चढ़ाए जाने वाले रोट की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे थे। इसके बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने रोड के सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए कंडाघाट लैब भेजे थे। बता देगी यहां पर रोट के इस प्रसाद को बनाकर कई दिनों तक रखा जाता है। जांच रिपोर्ट में पाया गया कि जो सैंपल फेल हुआ है वह रोट खाने लायक नहीं था। एक तरफ से इसे बासी रोट कहा जा सकता है।
इस विषय पर अनिल शर्मा असीस्टेंट कमीश्रर फूड एंड सेफ्टी का कहना है कि हमारी टीम ने दियोटसिद्ध में रोट के जो सैंपल भरे थे उसकी रिपोर्ट आ गई है। कंडाघाट लैब से आई रिपोर्ट में यह सैंपल फेल पाए गए हैं । सरकार की गाइडलाइन के नियम अनुसार विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल राणा