रांची, 17 सितंबर (हि.स.)। मध्यस्थता केंद्र रांची में एक पारिवारिक विवाद बुधवार को चार वर्ष पुराना मामला सुलझा लिया गया।
अधिवक्ता मध्यस्थ अमरेंद्र कुमार ओझा और प्रथम पक्ष के अधिवक्ता प्रिंस कश्यप और द्वितीय पक्ष के अधिवक्ता पप्पु कुमार के संयुक्त प्रयास से मामला सुलझा ।
यह मामला राजेश कुमार सिंह, अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय-2 के न्यायालय से मध्यस्थता केंद्र रांची में मध्यस्थता के लिए आया था। इस मामले में डालसा सचिव रवि कुमार भास्कर ने अधिवक्ता मध्यस्थ अमरेंद्र कुमार ओझा को सुलझाने के लिए निर्देश दिया था।
उल्लेखनीय है कि मामले में प्रथम पक्ष सगुफता आफरीन ने अपने पति फिरोज अंसारी के खिलाफ भरण-पोषण का मामला दायर किया था। दोनों की शादी मुस्लिम रीति-रिवाज से हुई थी, दोनों आपसी विवाद के कारण लगभग 3-4 वर्ष से अलग रह रहे थे। मध्यस्थ अधिवक्ताओं ने समझाने पर 3-4 सिटिंग में मामला सुलझा, दोनों दंपति फिर से साथ में रहने के लिए राजी हो गये। दोनों को एक बेटा और एक बेटी है। दोनों ने कहा कि वे एक दूसरे के घरवालों का सम्मान करेंगे। पत्नी भी अपने पति का सम्मान करेगी और पति भी अपनी पत्नी की जरूरतों का ध्यान रखेंगा। मध्यस्थता से बात बनी कि वे पुराने विवाद को भुलेंगे और पति-पत्नी मिलकर अपने बच्चों के भविष्य को संवारेंगे।
इसलिए दोनों पक्षों को डालसा सचिव रवि कुमार भास्कर ने उनके उज्जवल भविष्य के लिए बुके देकर बधाई दी और भविष्य में विवाद की स्थिति पैदा नहीं करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि आपलोग अपने बच्चों की परवरिश पर ध्यान दें, ताकि वे आगे चलकर आपकी मदद कर सकें।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak



