
सोनीपत, 16 अप्रैल (हि.स.)। सोनीपत जिले के गांव फिरोजपुर बांगर में
सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने 34 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पुलिस
ने पीड़ित की शिकायत पर तीन आरोपियों, बाबूलाल, रिंकू और गौतम के खिलाफ विभिन्न धाराओं
में मुकदमा दर्ज किया है। तीनों आरोपी उसी गांव के निवासी हैं। पीड़ित आनंद कुमार ने बताया कि वह अपनी पत्नी काजल के लिए
नौकरी की तलाश में थे।
गांव के ही रिंकू, जो दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-16 में रहता है।
उसने दिल्ली के कंझावला कोर्ट में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। रिंकू ने प्रति व्यक्ति
10 लाख रुपये की मांग की, लेकिन अधिक लोगों के शामिल होने पर राशि कम हो सकती है। रिंकू
के पिता बाबूलाल दिल्ली एमसीडी में कार्यरत हैं, और भाई गौतम ने भी नौकरी पक्की होने
का भरोसा दिलाया।
आनंद ने अपनी पत्नी के अलावा सीमा, नीतू, पंकज और निशा को
भी इस योजना में शामिल किया। आरोपियों ने प्रति व्यक्ति 7 लाख रुपये लेने की बात तय
की। आनंद ने कई किश्तों में रिंकू और गौतम को कुल 34 लाख रुपये दिए। बदले में, आरोपियों
ने तीस हजारी कोर्ट और मिनिस्ट्री ऑफ वुमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट के ज्वाइनिंग लेटर
दिए, जो बाद में फर्जी पाए गए। आनंद ने 5 मार्च को सोनीपत पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी, लेकिन
कार्रवाई न होने पर उन्होंने खरखौदा कोर्ट का रुख किया। कोर्ट के आदेश पर खरखौदा थाने
में तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना