गंगा की लहरें आबादी क्षेत्र में ,पीड़ित लोग सामान सुरक्षित स्थान पर रख रहे

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—लहरें चेतावनी बिंदु से लगभग एक मीटर नीचे,वरुणा के तटवर्ती इलाके जलमग्न

वाराणसी,08 अगस्त (हि.स.)। पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से गंगा की लहरों ने रौद्र रूप धर लिया है। गंगा की हरहराती लहरों के पलट प्रवाह से वरुणा नदी भी उफनने लगी है। वरुणा में बाढ़ के पानी के साथ सीवर जल अब तटवर्ती क्षेत्र में घुसने लगा है। बघवानाला,हुकुलगंल,पिपरहवा घाट,ढ़ेलवरिया,शैलपुत्री,सरैया के तटवर्ती क्षेत्र में वरुणा का पानी भरने लगा है। नदी के किनारे बने मकान पानी में घिर गए है। उधर,गंगा के तटवर्ती क्षेत्र में लहरें आबादी क्षेत्र में पहुंच गई है। लोग अपने सामानों को मकान के उपरी तल पर रखने में जुटे रहे। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार गुरुवार सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 69.2 मीटर तक पहुंच गया। जो चेतावनी बिंदु से लगभग एक मीटर नीचे है। वाराणसी में गंगा के जलस्तर का चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर और खतरे के निशान का बिंदु 71.262 मीटर है। आयोग के अनुसार बनारस में गंगा के जलस्तर में बढ़ाव लगातार जारी है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि से मोक्ष तीर्थ मणिकर्णिकाघाट और हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह के लिए आए लोगों की परेशानी बढ़ रही है। उन्हें शवदाह के लिए इंतजार करना पड़ रहा हैं । मणिकर्णिका घाट की गली तक गंगा के बाढ़ का पानी पहुंच गया है।अस्सी घाट पर सुबह-ए- बनारस का मंच पानी में डूब गया है। दशाश्वमेध स्थित प्राचीन शीतला मंदिर में गंगा का पानी प्रवेश कर गया है। जलस्तर बढ़ने की वजह से सभी प्रमुख घाटों का सम्पर्क मार्ग जलमग्न है। घाटों के जलमग्न होने के बाद अब गंगा का पानी गलियों की तरफ बढ़ रहा है। उधर,गंगा में बढ़े जलस्तर के कारण नौका संचालन पर रोक लगाने के बाद क्रूज का परिचालन भी सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया। जलस्तर अनुकूल होने के बाद ही क्रूज चलेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / Siyaram Pandey

   

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