
जयपुर, 19 मार्च (हि.स.)। जगतपुरा में स्थित श्री कृष्ण बलराम मंदिर में राजस्थान सरकार के माध्यम से अनुमोदित एवं हरे कृष्णा मूवमेंट जयपुर के तत्वावधान में आयोजित गीता प्रतियोगिता -2024-2025 प्रदेशभर के विद्यार्थियों के लिए 6 अप्रैल रामनवमी के पावन अवसर पर आयोजित की जाएगी। यह प्रतियोगिता विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति,संस्कार और नैतिक शिक्षा से जोड़ने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगी। गीता का ज्ञान केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं,बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए अत्यंत आवश्यक है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गीता की महत्ता:- हाल ही में भारत दौरे पर आई अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गैबार्ड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान भगवद गीता के जीवन में महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गीता उनके लिए सफलता और विफलता दोनों में प्रेरणा का स्रोत है और वे प्रतिदिन इसका अध्ययन करती हैं। डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, भारत के महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति भी गीता को पढ़ते थे और इसे अपने जीवन का मार्गदर्शक मानते थे। महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने भी भगवद गीता को एक प्रेरणादायक ग्रंथ बताया और इसे पढ़ने के लिए प्रेरित किया।
गीता प्रतियोगिता 2024-25 की विशेषताएं:-
इस गीता प्रतियोगिता में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को राजस्थान सरकार के माध्यम से प्रमाणित डिजिटल प्रमाण-पत्र प्रतिभागियों को वितरित किए जाएंगे। इसी के साथ 1 लाख 50 हजार रुपए नकद पुरस्कार विद्यार्थियों को प्रदान किए जाएंगे। इस प्रतियोगिता ने हर जिले के विद्यार्थी आसानी से भाग ले सकते है और ऑनलाइन परीक्षा दे सकते है। इस प्रतियोगिता में गीता के जीवनोपयोगी शिक्षाओं पर आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे। जो विद्यार्थियों को आत्मनिर्भता और नैतिकता का पाठ पढ़ाएगा। परीक्षा का पहला स्तर 6 अप्रेल को विद्यालय स्तर पर ऑन लाइन परीक्षा से प्रारंभ होगा ,इसके पश्चात द्वितीय परीक्षा स्तर 4 मई को जिला स्तर पर टॉप 246 छात्रों के लिए ऑन लाइन परीक्षा से आयोजित किया जाएगा। जिसके पश्चात 15 मई को पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा। जिसमें शिक्षा मंत्री मदन दिलावर पुरस्कार वितरण करेंगे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश