एटीएम की तरह है बकरी पालन का व्यवसाय : डॉक्टर शशिकांत

कानपुर, 17फरवरी (हि.स.)।सीमांत एवं लघु किसानों के अलावा शिक्षित बेरोजगारों के लिए बकरी पालन कम लागत में अधिक आमदनी का मुख्य व्यवसाय है। यह बातें सोमवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर कानपुर देहात में पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ पर कोऑर्डिनेटर पशुपालन वैज्ञानिक डॉक्टर शशिकांत ने कही ।

उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत शिक्षित बेरोजगारों के लिए पांच दिवसीय रोजगारपरक बकरी पालन विषय पर प्रशिक्षण शुरू किया गया है। जिसमें स्नातक स्तर से लेकर आठवीं पास तक के कुल 25 प्रतिभागी प्रशिक्षण ले रहे हैं। सीमांत एवं लघु किसानों के अलावा शिक्षित बेरोजगारों के लिए बकरी पालन कम लागत में अधिक आमदनी का मुख्य धंधा है।

उन्होंने बताया कि बकरी एक एटीएम की तरह है, जब चाहे तब इसको अच्छे दामों में कभी भी बेच सकते हैं साथ ही इससे कभी भी किसी समय दूध निकाल कर उपयोग कर सकते हैं।

केंद्र के वैज्ञानिक डॉ खलील खान ने बताया कि कम जगह व साधारण खानपान में बकरी पालन का रख रखाव हम कर सकते सकते हैं। साथ ही दूध का भी सेवन कर सकते हैं।

डॉ अरुण सिंह ने बताया कि बकरी का दूध नवजात बच्चों के लिए दवा का कार्य करता है,जो आसानी से पच जाता है प्रशिक्षण में आई हुई महिलाओं का कहना है कि इस प्रशिक्षण से हम लोग बकरी पालन का व्यवसाय करके अपने घर को अच्छे से चला सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद

   

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