धर्म के प्रकाश के लिए ईश्वर ने संतों को माध्यम बनाया है : स्वामी दयाराम दास

- महाकुंभ से पहले ऋषिकेश में संतों की बैठक, पॉलिथीन मुक्त और पौधारोपण अभियान की तैयारी ऋषिकेश, 30 दिसंबर (हि.स.)। अखिल भारतीय संत समिति विरक्त वैष्णव मंडल समिति ऋषिकेश ने महाकुंभ से पहले सभी मठ-मंदिरों और आश्रमों के महामंडलेश्वर संत समाज के साथ बैठक आयोजित की, जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। यह बैठक सोमवार को सच्चिदानंद आश्रम शीशम झाड़ी में हुई। इसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय संत समिति के प्रदेश महामंत्री महामंडलेश्वर स्वामी ईश्वर दास महाराज ने की। जबकि संचालन तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने किया। बैठक में प्रमुख रूप से विरक्त वैष्णव मंडल के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास महाराज ने कहा कि भारत भूमि सनातन धर्म की प्रतीक है। यहां राम—कृष्ण जैसे परम तपस्वी जन्मे हैं। इस भूमि पर धर्म के प्रकाश के लिए ईश्वर ने संतों को माध्यम बनाया है। उन्होंने कहा कि संत सदैव मानव कल्याण और राष्ट्र निर्माण में अपना समर्पण रखते हैं। महामंडलेश्वर स्वामी ईश्वर दास महाराज ने कहा कि गंगा, गायत्री और सनातनी संस्कृति के लिए जो भी भगवा धारण करते हुए समाज सेवा में कार्य करता है, संत उसी के साथ चलते हैं। संतों का आशीर्वाद हमेशा सनातन धर्म और संस्कृति की रक्षा में होता है। उन्होंने कहा कि गौ सेवा, समाज सेवा और संत सेवा को परम लक्ष्य मानते हुए आगे बढ़ना चाहिए। बैठक में महाकुंभ से पहले सभी मठ मंदिरों और आश्रमों के महामंडलेश्वर संत समाज ने यह निर्णय लिया कि महाकुंभ में पॉलिथीन मुक्त महाकुंभ अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के लिए संतों द्वारा घर-घर पौधारोपण अभियान भी चलाया जाएगा।बैठक में महामंडलेश्वर दयाराम दास महाराज, महामंडलेश्वर ईश्वर दास महाराज, महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज, महंत चेतन स्वरूप महाराज, महंत छोटन दास महाराज, महंत गणेश दास महाराज, महंत आलोक हरि महाराज, महंत कन्हैया दास महाराज, महंत भारत भूषण दास, महंत रामशरण दास त्यागी, महंत निर्मल दास, महंत रवींद्र दास, महंत करुणा शरण, स्वामी गोपाल दास, स्वामी बालक दास, स्वामी प्रब्रह्म आनंद महाराज, पवन दास, महावीर दास, प्रमोद दास आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / विक्रम सिंह

   

सम्बंधित खबर