अच्छा मानसिक स्वास्थ्य जीवन की गुणवत्ता को बनाता है बेहतर

धमतरी, 19 जनवरी (हि.स.)। कलेक्टर नम्रता गांधी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत जिला पंचायत धमतरी सभाकक्ष में रव‍िवार को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। उक्त प्रशिक्षण में जीआरसी (जेन्डर रेसोर्स सेन्टर) के स्टेरिंग कमेटी के मेंबर, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग एवं पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

प्रशिक्षण में मानसिक स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी गई। मानसिक स्वास्थ्य हमारे रोजमर्रा के अनुभव का हिस्सा है। किशोरों में हो रहे मानसिक स्वास्थ्य में बदलाव को कैसे उनके पालक उसके भावनाओं को समझे एवं स्वीकार करें, शिक्षकों को बताया गया कि बच्चे को अपनी भावनाओं को कैसे नियंत्रित और अभिव्यक्त करते है जिसका हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। बच्चों में होने वाले मानसिक समस्या को सुलझाना है भावनात्मक रूप से बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने के बहुत से कारण होते है जैसें तुलना करना, डरना धमकाना, बहुत ज्यादा दबाव डालना साथ ही साथ बच्चो में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को समझना। जैसेः- बुलइंग, हिंसा, आर्थिक परेशानी, शैक्षणिक समस्याएं, नशीले पदार्थ का उपयोग, परिवार का साथ छूट जाना, शारीरिक बिमारी इत्यादि विषयों को सुलझाना इन समस्त विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। कलेक्टर ने बताया कि आजकल मानसिक समस्या प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है, इसे सहजता से न ले इसे भावनात्मकता से स्वीकारें और किस तरीके से इसको कम किया जाए इस पर जोर देने कहा गया।

शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में संतुलन आवश्यक

मनोरोग चिकित्सक डाॅ: प्रीति चांडक का कहना है कि शारीरिक स्वास्थ्य की तरह, हम सभी के पास मानसिक स्वास्थ्य है। अच्छा मानसिक स्वास्थ्य हमारे जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। स्वास्थ्य को लेकर गंभीरता बरतें। हमेशा तनाव में न रहें। ज्यादा सोचने से हमारा स्वास्थ्य खराब होता है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरुकता होना बहुत आवश्यक है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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