पूर्वी उत्तर प्रदेश को मिलेगी विकास की गति, 2025 में शुरू होगा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे

गोरखपुर, 9 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ रहा है। यह 91.352 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे गोरखपुर और आजमगढ़ जिलों को आपस में जोड़कर क्षेत्र के सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है। चार लेन का यह एक्सप्रेस-वे गोरखपुर बाईपास से शुरू होकर आजमगढ़ के सालारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा। इस परियोजना पर कुल 7283.28 करोड़ रुपये की लागत आ रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2018 में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे की घोषणा की थी। उसके बाद वर्ष 2019 में भूमि अधिग्रहण शुरू हुआ। स्वीकृत ग्रीनफील्ड परियोजना की लागत 5,876.67 करोड़ रुपये होने की उम्मीद थी, जिसमें भूमि की लागत भी शामिल है। हालांकि, परियोजना की अद्यतन अनुमानित लागत 7,283 करोड़ रुपये है।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य शुरू में मार्च 2022 में पूरा होना था। कोविड और लॉकडाउन के कारण एक्सप्रेस-वे पर काम में देरी हुई। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, 91 किलोमीटर लंबा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे 2025 की शुरुआत में जनता के लिए खुलने वाला है। 07 जनवरी 2025 तक एक्सप्रेस-वे का लगभग 98 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर 110 मीटर का राइट ऑफ़ वे (ROW) होने के साथ ही इससे सटे गांवों के निवासियों को एक्सप्रेस-वे तक पहुंच प्रदान करने के लिए एक्सप्रेस-वे के एक तरफ सर्विस रोड बनाई जाएगी। अंडरपास बनाए जाएंगे और एक्सप्रेस-वे उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए दो स्थानों पर सार्वजनिक सुविधा सुविधाओं के निर्माण की भी योजना है।

इन-इन जिलों को फायदा होगा

यह एक्सप्रेस-वे गोरखपुर, आजमगढ़, अम्बेडकरनगर और सन्त कबीरनगर जिलों को सीधे तौर पर लाभान्वित करेगा। इससे इन जिलों के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी और यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा।

कितना पूरा हो चुका है काम ?

परियोजना के लिए ज़रूरी जमीन का लगभग 99.10 फीसदी अधिग्रहण हो चुका है। इसके अलावा, पर्यावरणीय स्वीकृति और वन विभाग से अनापत्ति प्राप्त करने की प्रक्रिया भी चल रही है। निर्माण कार्य दो पैकेजों में चल रहा है, और दोनों पैकेजों का काम तेजी से चल रहा है।

लोगों को क्या फायदा होगा ?

यह एक्सप्रेस-वे गोरखपुर और आजमगढ़ के बीच सांस्कृतिक और व्यावसायिक संबंधों को मजबूत करेगा। इससे क्षेत्र का विकास होगा और लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। साथ ही, बेहतर कनेक्टिविटी से यात्रियों को काफी सुविधा होगी।

वाराणसी के साथ जोड़ा जाएगा

गोरखपुर बाई पास (राष्ट्रीय राजमार्ग-27) पर जैतपुर ग्राम के निकट से शुरू होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के चैनेज 190+855 पर समाप्त होगा। एक्सप्रेस-वे को वाराणसी के साथ एक अलग लिंक रोड के माध्यम से जोड़ा जाना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय

   

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