वर्ष 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करने में सभी का सहयोग जरूरी : राज्यपाल

राज्यपाल राज भवन में ध्वजारोहण कार्यक्रम में।राज्यपाल राजभवन में आत्मा के स्वर पुस्तक का विमोचन करते।

- राज्यपाल ने लेफ्टिनेंट जनरल ने राजभवन में किया ध्वजारोहण

देहरादून, 15 अगस्त (हि. स.)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने राजभवन में ध्वजारोहण कर सीमा पर तैनात वीर जवानों को नमन किया। देश के लिए सर्वाेच्च बलिदान देने वाले महान स्वतंत्रता सेनानियों और सैनिकों का श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल ने कहा कि हमने स्वतंतत्रा के 100वें वर्ष अर्थात 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्प लिया है। आने वाले अमृतकाल के इन 23 वर्ष में इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी वर्गों का सहयोग जरूरी है।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने देश और प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सैनिकों व स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग, बलिदान, शौर्य और संघर्ष के बल पर हमें आजादी प्राप्त हुई है और सैनिकों के कारण ही हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं।

राज्यपाल ने कहा कि 21वीं सदी का नया भारत संभावनाओं और सामर्थ्य से भरा हुआ है, जो सतत विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से विकास करते हुए देश ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिष्ठा को बढ़ाया है।

राज्यपाल ने कहा कि देश की इस विकास यात्रा के साथ ही नया उत्तराखंड भी मजबूत इरादों से निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। हमारा प्रदेश आज देश में तेजी से विकास करने वाले राज्यों में से एक है। आर्थिक वृद्धि दर और विकास के कई सूचकांकों में सुधार कर उत्तराखंड ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। प्रधानमंत्री के कथन के अनुरूप 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने के पथ पर तीव्र गति से अग्रसर है। इसमें युवा, किसान, मातृशक्ति और उद्यमियों की बड़ी भूमिका है।

राज्यपाल ने कहा कि टेक्नोलॉजी, एआई, स्पेस, साइबर, क्वांटम, रोबोटिक्स साइंस में अनंत संभावनाएं हैं। हमारी मातृशक्ति भी प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। हमें राज्य में संतुलित विकास और राष्ट्र निर्माण के लिए महिलाओं और युवाओं की क्षमता कौशल वृद्धि पर विशेष ध्यान केंद्रित करना है।

‘आत्मा के स्वर’ पुस्तक के खण्ड-2 का विमोचन

इस अवसर पर राज्यपाल ने ‘‘आत्मा के स्वर’’ पुस्तक के खण्ड-2 का विमोचन किया। आत्मा के स्वर का यह दूसरा खण्ड राज्यपाल के 108 संबोधनों का संकलन है। आत्मा के स्वर पुस्तक में राज्यपाल की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों, उत्सवों और दीक्षांत समारोह आदि के 108 प्रमुख संबोधनों का संकलन है। साथ ही पुस्तक में कुछ महत्वपूर्ण भाषणों में क्यूआर कोड दिए गए हैं जिन्हें स्कैन कर यूट्यूब में भी भाषणों को सुना जा सकेगा।

इस अवसर पर सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, विधि परामर्शी अमित कुमार सिरोही, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, एडीसी अमित श्रीवास्तव,मेजर सुमित कुमार शादिजा,उप सचिव जी.डी. नौटियाल, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ.नितिन उपाध्याय, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.महावीर सिंह एवं डॉ. ए.के. सिंह सहित राजभवन में तैनात अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार / सुनील सक्सेना

   

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