सरकार शारदा मंदिर में एक यात्री निवास बनाने की योजना बना रही है- मुख्यमंत्री

जम्मू, 8 मार्च (हि.स.)। जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार शारदा मंदिर में एक यात्री निवास बनाने की योजना बना रही है जिसे दो साल पहले नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास टीटवाल में खोला गया था।

विधानसभा में नेशनल कांफ्रेंस के विधायक जाविद अहमद मिरचल के तारांकित प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि मंदिर में 1.5 करोड़ रुपये की लागत से यात्री निवास और कैफेटेरिया के निर्माण के लिए एक विस्तृत परियोजना प्रगति पर है। शारदा बचाओ समिति ने 2023 में नियंत्रण रेखा के पास अंतिम गांव टीटवाल में मां शारदा देवी मंदिर की स्थापना की जो तीर्थयात्रियों के लिए आधार शिविर के रूप में कार्य करेगा। कश्मीरी पंडित पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में शारदा पीठ कॉरिडोर के पुनरुद्धार की मांग कर रहे हैं। सीमावर्ती पर्यटन की अपार संभावनाओं को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने संबंधित विधायकों से सरकार को अपने घरों को होमस्टे में बदलने के इच्छुक परिवारों को पंजीकृत करने में मदद करने की मांग की।

उमर अब्दुल्ला जो पर्यटन के प्रभारी मंत्री भी हैं ने कहा कि पर्यटन विभाग ने अब तक करनाह में छह और टीटवाल में पांच होमस्टे पंजीकृत किए हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय आबादी को आय के अवसर प्रदान करने के लिए और अधिक काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह सच है कि कुपवाड़ा जिले के करनाह निर्वाचन क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यह क्षेत्र अपने लुभावने परिदृश्य, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और नियंत्रण रेखा के पास रणनीतिक स्थान के लिए जाना जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीटवाल, नवगाबरा में करनू और बुदनम्बल गांवों में पर्यटन की संभावनाएं हैं। ये क्षेत्र लुभावने परिदृश्य और हरे-भरे घास के मैदान प्रदान करते हैं और इनका सांस्कृतिक महत्व है जो इन्हें पर्यटन के लिए आकर्षक स्थल बनाता है। इन क्षेत्रों में प्रकृति पर्यटन, साहसिक पर्यटन और सीमा पार विरासत पर्यटन की संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग ने इन गांवों को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि हमने गुरेज, करनाह, केरन और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही देखी है। हमारी सरकार ने युवाओं को उनके कौशल और रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण देने के लिए बजट में एक विशेष प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में कई उत्सवों का आयोजन किया है जिसमें सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रम, कुपवाड़ा से टीटवाल तक एक ऑल-टेरेन वाहन रैली, प्रकृति फोटोग्राफी सत्र, ट्रैकिंग, कैम्पिंग और घुड़सवारी शामिल हैं। अब्दुल्ला ने कहा कि क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग ने जून में अन्य विभागों के सहयोग से करनाह में एक मेगा योग महोत्सव का भी आयोजन किया था।

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह

   

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