जींद: शुद्ध जल, भोजन व हवा बचाने के लिए प्राकृतिक खेती अपनाएं किसान : आचार्य देवव्रत

जींद, 12 अगस्त (हि.स.)। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि आज हम उत्पादन बढ़ाने के लिए खेतों में अंधाधुंध खाद व कीटनाशकों का प्रयोग कर रहे हैं। इससे जमीन की उर्वरा शक्ति कम होने के साथ-साथ कैंसर, शुगर व हार्ट अटैक जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही है। ऐसे में अगर हमें भावी पीढियों को शुद्ध जलए भोजन व हवा उपलब्ध करवानी है तो प्राकृतिक खेती को अपनाना होगा।

गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत सोमवार को श्री श्याम गार्डन परिसर में आयोजित प्राकृतिक कृषि संवाद कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलन करने उपरांत किसानों से संवाद करते हुए दी। जींद पहुंचने पर महामहिम राज्यपाल को पुलिस विभाग की टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए पूरे देश में संवाद कार्यक्रम आयोजित कर रही है और इसी कड़ी में आज हरियाणा के किसानों के बीच आकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। राज्यपाल ने कहा कि किसानों को लगता है कि प्राकृतिक खेती से नुकसान होगा लेकिन ऐसा नहीं है। आज हरियाणा के काफी किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं और उनको इसका लाभ भी हो रहा है।

उन्होंने कहा कि जहां रासायनिक खादों व कीटनाशकों का प्रयोग ज्यादा होता है, वहां कैंसर के तीन गुना ज्यादा मामले हैं। महामहिम राज्यपाल ने कहा कि 1960 के दशक में हमारे देश में हरित क्रांति की शुरुआत हुई थी। उस समय हमारे देश में अकाल के कारण भूखमरी व्याप्त थीए ऐसे में स्वामीनाथन जी ने नाइट्रोजन खाद को एक हेक्टेयर में मात्र 13 किलो प्रयोग करने की सलाह दी थी। उस समय हमारी मिट्टी में जीवांश का स्तर (उपजाउ क्षमता) 2.5 प्रतिशत थी लेकिन आज की हमारी भूमि की उपजाऊ क्षमता प्रति एकड़ 10 से 13 कट्टे यूरिया व डीएपी के प्रयोग के कारण घट कर 0.4 प्रतिशत रह गई है। उपस्थित किसानों को आगाह करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आज हम उत्पादन के नाम पर जहर खा रहे हैं। ऐसी स्थिति में भावी पीढिय़ों के संरक्षण व अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमें प्राकृतिक खेती को अपनाना होगा।

कार्यक्रम में जींद के विधायक डा. कृष्ण लाल मिड्ढा, गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग, भाजपा जिलाध्यक्ष तेजेंद्र ढुल, पूर्व विधायक जसबीर देशवाल, कृषि एवं कल्याण विभाग के अतिरिक्त निदेशक डा. रोहताश सिंह, मुख्य वैज्ञानिक डा. बलजीत सहारण, कृषि विभाग के उपनिदेशक सुरेंद्र सिंह मलिक सहित अन्य अधिकारी एवं सैकड़ों किसान उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार

हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा / SANJEEV SHARMA

   

सम्बंधित खबर