गुरुग्राम: शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य की उन्नति का एक मात्र साधन है योग: डा. विभा
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- Feb 09, 2025
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-सिधरावली कालेज में छह दिवसीय सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का हुआ समापन
गुरुग्राम, 9 फरवरी (हि.स.)। राजकीय महाविद्यालय सिधरावली में छह दिवसीय सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का रविवार को समापन हो गया। यह सूर्य नमस्कार कार्यक्रम हरियाणा सरकार एवं आयुष मंत्रालय की मुहिम हर घर हर परिवार सूर्य नमस्कार के तहत आयोजित किया गया।
इसमें प्रतिदिन महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ मेंबर्स ने सूर्य नमस्कार किया। साथ ही प्राणायाम एवं अन्य योगासन भी किए। योग हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है। योग शब्द का अर्थ है जुडऩा। जो वास्तव में हमारे जीवन से जुड़ा हुआ है। प्रतिदिन प्रात:काल योगाभ्यास करने से हमारे मन में शांति का वास होता है, जिससे मन प्रसन्न रहता है। योग क्लब इंचार्ज डॉ. विभा ने कहा कि योग केवल पतले होने के लिए नहीं किया जाता है, बल्कि स्वयं को स्वस्थ, सुदृढ़, सौहार्दपूर्ण, सहनशील, क्षमाशील एवं सुन्दर बनाए रखने के लिए किया जाता है। श्रीमद् भगवद्गीता में योग के विषय में समत्वं योग उच्यते कहा गया है, जिसका तात्पर्य है अनुकूलता-प्रतिकूलता, सफलता-विफलता सुख-दुख आदि सभी परिस्थितियों में संयम बनाए रखना एवं अटल रहने का नाम ही योग है। योग के द्वारा जीवन में अधिक योग्य बनने की क्षमता पैदा होती है। योग हमें आत्मनिर्भर बनाता है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर पी.के. मलिक ने भी विद्यार्थियों के साथ योग से मिलने वाले लाभों के विषय पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि योग आत्मिक शांति के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है, जिसके लिए आपको किसी भी प्रकार का कोई भी व्यय नहीं करना पड़ता है योग एक ऐसा माध्यम है जो स्वयं को स्वयं के लिए स्वयं में अर्पित करके सीधा आत्मा में सन्लिप्त करता है। इस बात की तरफ हम सबको ध्यान देना चाहिए। इन सब से बचने के लिए योग को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। इन सभी परेशानियों से बचने के लिए योग ही ऐसा साधन है, जो हमें पराधीनता से स्वाधीनता की तरफ लेकर जाता है। इस अवसर पर मनीषा लाल, सीमा, नीरु, करुणा, निशा, डॉ. अनुज एवं सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर